Highlights
- रूस-यूक्रेन में अभी तक सुलह की कोई उम्मीद नहीं
- रोशनी से पटे रहने वाले यूक्रेन के शहर खंडहर में तब्दील
- रूस ने अमेरिका की ओर से यूक्रेन की सैन्य सहायता को लेकर दी चेतावनी
Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध के 100 दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक सुलह की कोई उम्मीद नहीं दिख रही। तीन महीने से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बावजूद युद्ध किसी दिशा में जाता नहीं दिख रहा। कहीं रूस हावी दिखता है तो कहीं यूक्रेन बाजी मारने का दावा करता है। इन 100 दिनों ने यूक्रेन के नक्शे को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है। कभी चमक धमक और रोशनी से पटे रहने वाले शहर खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की का दावा है कि युद्ध में अब तक 243 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि 2 लाख से ज्यादा बच्चों की किडनैप पर रूस भेज गया है।
'दुनिया को रूसी सैनिकों का बचाव करना बंद कर देना चाहिए'
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बुधवार को इंटरनेशनल चाइल्ड डे के मौके पर अपने संबोधन में कहा कि युद्ध की वजह से अब 243 बच्चे मारे गए हैं, जबकि 446 घायल हैं और 139 लापता है। इसके अलावा हर दिन जंग में 60 से 100 यूक्रेनी सैनिक मर रहे हैं, वहीं कार्रवाई में लगभग 500 सैनिक घायल हो रहे हैं। जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन जीत नहीं सकते। दुनिया को रूसी सैनिकों का बचाव करना बंद कर देना चाहिए। रूस पर प्रतिबंध पूरी तरह से लागू नहीं हुए है, दुनिया अभी भी मौका दे रही है।
हम नाटो और रूस के बीच युद्ध नहीं चाहते हैं- बाइडेन
वहीं, इतना वक्त गुजरने के बाद भी नाटो सेना लड़ाई में सीधे नहीं कूदी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बार फिर साफ कर दिया कि नाटो सेना रूस पर हमला नहीं करेंगी। बाइडेन ने कहा कि आखिर में यह युद्ध डिप्लोमैटिक तरीके से ही हल होगा। हम नाटो और रूस के बीच युद्ध नहीं चाहते हैं। हम यूक्रेन को हथियार इसलिए भेज रहे हैं, ताकि वो युद्ध के मैदान में लड़ सके। यूक्रेन बातचीत की मेज पर मजबूत पोजिशन में हो।
रूस की US को चेतावनी
इस बीच रूस ने अमेरिका की ओर से यूक्रेन की सैन्य सहायता को लेकर चेतावनी दी है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि यूक्रेन को अमेरिकी एडवांस रॉकेट सिस्टम की सप्लाई से तीसरे देश के संघर्ष में घसीटे जाने का खतरा बढ़ जाएगा है। वहीं, उपविदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने कहा कि यूक्रेन को अमेरिकी सैन्य सहायता से सीधे टकराव का खतरा पैदा होगा।