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रूस-यूक्रेन तनाव: रूसी बमवर्षक विमानों ने बेलारूस में उड़ान भरी

मॉस्को। रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले की आशंका बढ़ गई है। रूसी बमवर्षक विमानों ने बेलारूस में उड़ान भरी है। रूस ने यूक्रेन के साथ तनाव बढ़ने के बीच अपने सहयोगी बेलारूस में लंबी दूरी के परमाणु संपन्न बमवर्षक विमानों को शनिवार को गश्त पर भेजा। 

Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published : February 06, 2022 8:44 IST
Russian Fighter Aircraft
Image Source : FILE PHOTO Russian Fighter Aircraft

Highlights

  • रूसी टीयू-22एम3 बमवर्षक विमानों ने चार घंटे किया अभ्यास
  • यूक्रेन के पड़ोसी बेलारूस में गश्त करते हुए विमानों ने कई बार उड़ान भरी

मॉस्को। रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले की आशंका बढ़ गई है। रूसी बमवर्षक विमानों ने बेलारूस में उड़ान भरी है। बेलारूस की सीमा यूक्रेन से लगती है। यहां रूस पहले ही यहां 1 लाख सैनिकों को जमा किए हुए है। रूस ने यूक्रेन के साथ तनाव बढ़ने के बीच अपने सहयोगी बेलारूस में लंबी दूरी के परमाणु संपन्न बमवर्षक विमानों को शनिवार को गश्त पर भेजा। रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि दो टीयू-22एम3 बमवर्षक विमानों ने बेलारूस की वायुसेना और वायु रक्षा के साथ चार घंटे के अभियान के दौरान अभ्यास किया। इसमें बेलारूस में गश्त करते हुए विमानों ने कई बार उड़ान भरी। बेलारूस की सीमा यूक्रेन के उत्तर से लगती है। 

यह मिशन ऐसे समय में चलाया गया, जब क्रेमलिन ने साइबेरिया तथा सुदूर पूर्वी क्षेत्र से अपने सैनिकों को बेलारूस भेज दिया है। इस तैनाती के साथ यूक्रेन के समीप रूस का सैन्य जमावड़ा बढ़ गया है रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने की आशंका बढ़ गई है। उधर, नाटो देशों की सुरक्षा के लिए अमेरिका यूरोप में सैनिकों की तैनाती कर रहा है। नाटो संगठन के अनुसार नाटो देशों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए अमेरिका भी अपने 6 फाइटर एअरक्राफ्ट भेज चुका है। नाटो के मुताबिक अमेरिका ने बाल्टिक देशों के एअर पुलिसिंग मिशन के तहत ये फाइटरजेट भेजे हैं। अमेरिका और बेल्जियन एअरफोर्स ने मिलकर एस्टोनिया, लातविया और लिथुआनिया जैसे बाल्टिक देशों की सुरक्षा के लिए अपनी सुरक्षा गतिविधियां इस इलाके में बढ़ा दी हैं। 

बता दें कि यूएस एअरफोर्स के एअरक्राफ्ट की तैनाती का उद्देश्य नाटो देशों की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा करना है। क्योंकि रूस ने एक लाख से ज्यादा सैनिक यूक्रेन सीमा पर तैनात कर रखे हैं, इससे पूर्वी यूरोप के नाटो देशों पर सुरक्षा को लेकर खतरा मंडरा रहा है। यही कारण है कि अमेरिका भी यूरोप में अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ा रहा है। फाइटर एअरक्राफ्ट भेजने के साथ ही यूक्रेन पर रूस के सैन्य आक्रमण की आशंका के बीच नाटो के पूर्वी हिस्से पर अपने सहयोगियों के प्रति अमेरिकी कटिद्धता प्रदर्शित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो.बाइडन  करीब 2 हजार सैनिक पोलैंड और जर्मनी भेज रहे हैं। जर्मनी से भी 1000 सैनिक रोमानिया पहुंचा रहे हैं। 

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