ल्वीव। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने मास्को को गुस्से में चेतावनी दी कि वह यूक्रेनी लोगों के भीतर रूस के लिए गहरी घृणा के बीज बो रहा है, क्योंकि तोपों से किए जा रहे हमलों एवं हवाई बमबारी के कारण शहर मलबे में तब्दील हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे आम नागरिकों की मौत हो रही है और अन्य लोग शरणस्थलों की खोज में हैं तथा जीवित रहने के लिए भोजन एवं पानी की तलाश कर रहे हैं।
'आपसे इतनी नफरत कि रूसी भाषा का भी त्याग कर देंगे'
जेलेंस्की ने शनिवार देर रात एक वीडियो संदेश में कहा, ‘आप हर वह चीज कर रहे हैं जिससे हमारे लोग स्वयं ही रूसी भाषा का त्याग कर देंगे, क्योंकि रूसी भाषा अब केवल आपसे, आपके द्वारा किए विस्फोटों एवं आपके द्वारा की गई हत्याओं और अपराधों से जुड़ी रहेगी।’ यूक्रेन पर जारी रूस के हमले में मारे गए लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
'बाइडन पोलैंड में थे, तब ल्वीव शहर पर गिराए बम'
रूसी रॉकेट शनिवार को यूक्रेन के पश्चिमी शहर ल्वीव शहर में उस समय गिरे, जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन पड़ोसी देश पोलैंड की यात्रा पर थे। रूस ने दावा किया है कि वह देश के पूर्व में हमलों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, लेकिन ल्वीव पर हमले ने यह याद दिलाया कि मॉस्को यूक्रेन में किसी भी जगह हमला कर सकता है। रूसी हमले में एक तेल कंपनी का एक हिस्सा जल गया। रूस के एक के बाद एक हवाई हमलों ने शहर को हिलाकर रख दिया है, जहां अपने गृहनगरों को छोड़कर आए करीब 2 लाख लोगों ने आश्रय ले लिया है।
यूक्रेन के आम लोगों ने बताई अपनी पीड़ा
यूक्रेन पर रूसी हमले शुरू होने के बाद से ल्वीव पर अब तक हमले नहीं हुए थे, लेकिन पिछले सप्ताह मुख्य हवाई अड्डे के पास विमान सुधार केन्द्र पर एक मिसाइल गिरी थी। वहीं, चेर्निहिव में रुके रह गये बाशिंदे विस्फोटों और तबाही से सहमे हुए हैं। शहर के 38 वर्षीय निवासी एक भाषाई विद्वान इहार काजमेरचक ने कहा, ‘रात को भूतल में, हर कोई बस एक ही चीज के बारे में बात करता है:चेर्निहिव अगला मारियूपोल बन रहा है।’ वह अपने दिन की शुरुआत पेयजल के लिए लंबी कतार में अपनी बारी का इंतजार करने के साथ शुरू करते हैं,जहां प्रत्येक व्यक्ति को 10 लीटर ही पानी दिया जा रहा है।
'सैकड़ों में होगी युद्ध में मरने वालों की संख्या'
उन्होंने कहा, ‘भोजन खत्म हो रहा है लेकिन गोलाबारी और बमबारी थमने का नाम नहीं ले रही।’ शहर के मेयर वलादयस्लाव अत्रोशेंकको ने अनुमान लगाया है कि युद्ध में मरने वालों की संख्या सैकड़ों में होगी। उन्होंने बताया कि रूसी सेना ने बहुत कम ऊंचाई से आवासीय इलाकों में बम बरसाये और वे जानबूझ कर असैन्य ढांचों -स्कूल, चर्च, आवासीय इमारत और यहां तक कि स्थानीय फुटबॉल स्टेडियम- को निशाना बना रहे हैं।’
पोलैंड पहुंचे शरणार्थियों ने बताया कैसा है यूक्रेन में तबाही का मंजर
चेर्निहिव और आसपास के इलाकों से भाग कर इस हफ्ते पोलैंड पहुंचे शरणार्थियों ने वहां की तबाही और भयावह स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सिटी सेंटर में कम से कम दो स्कूल तबाह हो गए और हमले में स्टेडियम, संग्रहालय, किंडरगार्टन और कई घरों को निशाना बनाया गया। उन्होंने बताया कि शहर में जरूरी सामान खत्म हो गया है और लोग पीने के लिए डेसना नदी से पानी ले रहे हैं और खाने के लिए कतार में खड़े होने के दौरान हो रहे हमलों में लोगों की जान जा रही है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि उसे यूक्रेनी नागरिकों को बमबारी से जल्द राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।