Highlights
- यूक्रेन की सेना का दावा- 'रूस के दर्जनभर हमले नाकाम किए'
- 'क्रामातोर्स्क शहर' पर रूस को कब्जा करने से रोका
- 'बाख्मुत शहर' पर भी रूस नहीं कर पाया कब्जा: यूक्रेन
Russia Ukraine News: रूस-यूक्रेन के बीच जंग जारी है। इस बीच यूक्रेन की सेना ने दावा किया है कि उसने देश के पूर्वी और उत्तरी क्षेत्र में रूस के दर्जनभर से ज्यादा हमलों को नाकाम कर दिया है जिनमें डोनबास के औद्योगिक शहरों पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा था। फेसबुक पोस्ट के माध्यम से सेना ने कहा कि रूस की सेनाओं ने पूर्वी दोनेत्स्क प्रांत के दो में से एक अहम शहर क्रामातोर्स्क पर कब्जा करने का प्रयास किया था जिसमें वे पूरी तरह विफल रहे और अपने पहले के स्थान पर लौट गए। यूक्रेन की सेना ने कहा कि रूसी बल, दोनेत्स्क इलाके के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण शहर बाख्मुत पर कब्जा करने में भी विफल रहे जिससे क्रामातोर्स्क पर कब्जा करने और अंततः यूक्रेन की प्रशासनिक राजधानी स्लोवियांस्क पर अधिकार करने की उनकी रणनीति असफल हो गई।
रूस को कड़े विरोध का सामना करना पड़ा
दोनेत्स्क उन दो प्रांतों में से एक है जो डोनबास में आते हैं। यूक्रेन की सेना ने दावा किया है कि रूस ने उत्तरी खारकीव क्षेत्र पर हमला करने का प्रयास किया जिसमें उन्हें कड़े विरोध का सामना करना पड़ा और असफलता हाथ लगी। इस बीच रूस की खुफिया एजेंसी एफएसबी ने कहा है कि उसने रूस के दक्षिणी वोल्वोग्राद क्षेत्र में तेल की एक पाइपलाइन पर 'आतंकवादी हमले' को विफल कर दिया। रूस ने कहा है कि दो रूसी नागरिक यूक्रेन की सेना के साथ मिलकर इस काम को अंजाम देना चाहते थे। इन दावों की तात्कालिक पुष्टि नहीं की जा सकी।
यूक्रेन के काउंटर अटैक से बदली युद्ध की स्थिति
बता दें, कुछ दिन पहले मीडिया रिपोर्ट में खुलासा किया जा रहा था कि रूस के राष्ट्रपति और उनके दोस्त यूक्रेन का युद्ध हारने पर भागने की तैयारी कर रहे हैं। वैसे भी रूस और यूक्रेन के बीच जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। शुरुआती महीनों में रूस ने यूक्रेन पर हमले करके उसे काफी नुकसान पहुंचाया। उसी दौर में नाटो के देश और दुनिया के अन्य ताकतवर देश खुलकर यूक्रेन के साथ नहीं आ पा रहे थे, लेकिन जैसे जैसे जंग बढ़ी। अमेरिका और नाटो सदस्यों के साथ कई देशों ने यूक्रेन को हथियारों और आर्थिक मदद की। इस कारण यूक्रेन ने रूस पर काउंटर अटैक करना शुरू कर दिया। रूस द्वारा कब्जा किए गए कई शहरों को वापस छुड़ाकर अपने कब्जे में लेना शुरू कर दिया है। यह जंग जितनी रूस ने सोची थी, उससे काफी ज्यादा बड़ी हो गई है।