Highlights
- यूक्रेन के रिजर्व सैनिकों को तैनाती करने की योजना
- राष्ट्रपति जेलेंस्की ने देशवासियों को किया संबोधित
मॉस्को: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने ऐलान किया है कि रूस के हमले का मुकाबला करने के लिए वह देश के कुछ रिजर्व सैनिकों को तैनाती के लिए बुला रहे हैं। हालांकि, उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पूर्ण सैन्य लामबंदी की अभी कोई आवश्यकता नहीं है। राष्ट्रपति ने राष्ट्र को एक वीडियो के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि उनका आदेश केवल तथाकथित रिज़र्व सैनिकों पर लागू होता है, जो आम तौर पर संकट के समय सक्रिय हो जाते हैं और ‘‘ एक निश्चित समय के लिए सक्रिय रहते हैं।’’
जेलेंस्की ने इस संबंध में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा, ‘‘ अभी पूर्ण सैन्य लामबंदी की जरूरत नहीं है। हमें यूक्रेन की सेना और अन्य सैन्य संरचनाओं में अतिरिक्त सैनिकों को शामिल करने की जरूरत है।’’ यूक्रेन के सशस्त्र बलों में लगभग 250,000 सैनिक हैं और कुछ 140,000 सैनिकों को ‘रिज़र्व’ (तैनाती के लिए तैयार) में रखा गया हैं।
आपको बता दें कि रूसी सांसदों ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को देश के बाहर सैन्य बल प्रयोग करने की अनुमति दे दी। इस कदम से यूक्रेन पर रूस के व्यापक हमले की आशंका बढ़ गई है। अमेरिका ने कहा है कि यूक्रेन पर पहले ही हमला हो चुका है। रूसी संसद के ऊपरी सदन ‘फेडरेशन काउंसिल’ ने रूस से बाहर सैन्य इस्तेमाल की पुतिन को अनुमति देने के लिए सर्वसम्मति से वोट दिया। इससे पूर्वी यूक्रेन में विद्रोही क्षेत्रों में रूसी सैन्य तैनाती को औपचारिक रूप प्रदान हो गया।
इन क्षेत्रों में आठ वर्ष पुराने संघर्ष में करीब 14,000 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले, पश्चिमी देशों के नेताओं ने कहा था कि रूस के सैनिक यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में पहुंच गए हैं। अमेरिका ने पूर्वी यूक्रेन में रूसी सैनिकों की तैनाती का जिक्र करते हुए रूस के इस कदम को अब ''आक्रमण'' करार दिया है।