Highlights
- यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूसी सेनाएं बड़े शहरों को घेर रही हैं।
- रूसी सेना ऐसी स्थिति पैदा करना चाहती है कि यूक्रेन के नागरिकों को उनका सहयोग करना पड़े: जेलेंस्की
- जेलेंस्की ने कहा कि अगर रूस युद्ध को समाप्त नहीं करता है तो उसे लंबे समय में नुकसान उठाना पड़ेगा।
ल्वीव: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूसी सेनाएं बड़े शहरों को घेर रही हैं और इस तरह की दयनीय स्थिति पैदा करना चाहती हैं कि यूक्रेन के नागरिकों को उनका सहयोग करना पड़े। हालांकि, जेलेंस्की ने शनिवार को चेताया कि ये रणनीति सफल नहीं होगी और अगर रूस युद्ध को समाप्त नहीं करता है तो उसे लंबे समय में नुकसान उठाना पड़ेगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति कार्यालय) पर जानबूझकर ‘मानवीय संकट’ पैदा करने का आरोप लगाया।
‘यह पूरी तरह से सोची-समझी चाल है’
जेलेंस्की ने राष्ट्र के नाम अपने वीडियो संदेश में कहा, ‘यह पूरी तरह से सोची-समझी चाल है। बस अपने लिए तस्वीर है कि मॉस्को के उस स्टेडियम में 14,000 लाशें हैं और हजारों घायल लोग हैं। ये वो कीमत है जो रूस को अब तक युद्ध में चुकानी पड़ी है।’ वीडियो कीव में बाहर रिकॉर्ड किया गया था, उनके पीछे राष्ट्रपति कार्यालय था। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, 'क्षेत्रीय अखंडता बहाली और यूक्रेन के लिए न्याय का समय आ गया है। ऐसा नहीं करने की सूरत में रूस को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, जिससे वे पीढ़ियों तक उबर नहीं पाएंगे।'
‘मैं चाहता हूं मॉस्को में हर कोई मेरी बात सुने’
जेलेंस्की ने फिर से पुतिन से सीधे उनसे मिलने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘यह मिलने का समय है, बात करने का समय। मैं चाहता हूं कि खासकर मॉस्को में हर कोई मेरी बात सुने।’ इस बीच, यूक्रेन के शहरों पर रूसी सैनिकों की भीषण गोलाबारी के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी सेना की प्रशंसा में एक विशाल रैली का आयोजन किया। रूस के राष्ट्रपति ने शुक्रवार को खचाखच भरे मॉस्को स्टेडियम को संबोधित किया और कहा कि क्रेमलिन के सैनिकों ने ‘कंधे से कंधा मिलाकर’ लड़ाई लड़ी और एक-दूसरे का समर्थन किया। उन्होंने उत्साही भीड़ से कहा, ‘इस तरह की एकता लंबे समय से नहीं दिखी थी।’
हमारी स्थिति बदली नहीं है: पोदोलीक
वहीं, यूक्रेन की उपप्रधानमंत्री इरयाना वेरेशचुक ने शनिवार को कहा कि यूक्रेन और रूस के अधिकारी युद्धग्रस्त मारियुपोल, कीव और लुहांस्क क्षेत्र में मानवीय सहायता पहुंचाने और आम लोगों को बाहर निकलने देने के लिए 10 मानवीय गलियारे बनाने को लेकर सहमत हुए हैं। उन्होंने खेरसन शहर के लिए भी मानवीय सहायता उपलब्ध कराने की योजना का ऐलान किया जोकि मौजूदा समय में रूसी बलों के नियंत्रण में है। जेलेंस्की के एक सलाहकार मिखाइलो पोदोलीक ने रूसी मूल्यांकन को ‘मीडिया में तनाव भड़काने वाले’ के रूप में चित्रित किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘हमारी स्थिति बदली नहीं है। सीजफायर, सैनिकों की वापसी और ठोस फार्मूलों के साथ मजबूत सुरक्षा गारंटी।’