Russia Ukraine News: रूस-यूक्रेन जंग के 10वें दिन राहत देने वाली खबर मिली है। जानकारी के अनुसार नागरिकों को सुरक्षित रास्ता देने के लिए रूस तैयार हो गया है। रूस ने कहा है कि वह नागरिकों के निकलने तक हमला नहीं करेगा। हालांकि इससे पहले यूक्रेन पर रूस ने 10वें दिन भी हमला जारी रखा। भीषण लड़ाई के बीच यूक्रेन की राजधानी कीव से रूसी सेना करीब 13 किलोमीटर की दूर पर है। यूक्रेन पर रूस के हमले पर कई देशों का अपना स्टैंड रहा है। यूक्रेन में रूस की कार्रवाई का समर्थन करने वाले देशों की भी कमी नहीं। सीरिया ने खुलकर रूस के पक्ष में बयान दिया है। चीन, वेनेजुएला के अलावा सऊदी अरब और UAE ने भी रूसी हमले की निंदा नहीं की। इसके अलावा क्यूबा, निकारगुआ, बेलारूस, कजाकस्तान, किर्गिस्तान, आर्मीर्निया जैसे देश भी रूस के साथ खड़े नजर आते हैं। इस लिस्ट में ताजा नाम जुड़ा है सर्बिया का। वहां की राजधानी बेलग्रेड में बड़े पैमाने पर प्रो-रूस प्रदर्शन हो रहे हैं।
हम रूस के साथ, सर्बियाई नागरिकों का ऐलान
बेलग्रेड की सड़कों पर रूस के समर्थन में निकली रैली में हजारों सर्बियाई नागरिकों ने हिस्सा लिया। निकोलस II के स्मारक पर जुटे सर्बियाई उत्साहित नजर आए। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, रूसी जार निकोलस द्वितीय के स्मारक के सामने करीब 4,000 लोग जमा हुए।
रूस और सर्बिया के राष्ट्रगान बजाए गए
प्रदर्शन के दौरान रूस और सर्बिया के राष्ट्रगान बजाए गए। इस दौरान 'रूस-सर्बिया भाई-भाई' के नारे भी लगे। दरअसल, पुतिन को सर्बिया के लोगों का पुरजोर समर्थन मिल रहा है।
प्रदर्शन करने वाले लोग अपने हाथों में रूस का झंडा और व्लादिमीर पुतिन की तस्वीरें लिए हुए थे। लोगों का यह 'मार्च' रूसी दूतावास तक गया।
कूटनीतिक संतुलन बना रहा सर्बिया
यूक्रेन मामले पर सर्बिया डिप्लोमेटिक बैलेंस बनाने की कोशिश कर रहा है। वह मॉस्को को रिझाना भी चाहता है, मगर यूरोपीय नेताओं को नाखुश कर EU में शामिल होने की संभावनाओं को धूमिल नहीं करना चाहता। उधर, यूक्रेन पर रूस के हमले का विरोध करने वाले देशों को रूस के राष्टपति पुतिन पहले ही चेतावनी दे चुके हैं। पुतिन का कहना है कि रूस पर और प्रतिबंध लगाकार स्थिति को और खराब न किया जाए।
UN में कई देशों ने नहीं किया वोट
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में रूस अलग-थलग पड़ता दिखाई दिया। परिषद ने यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई के परिणामस्वरूप तुरंत एक स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय जांच आयोग स्थापित करने का फैसला लिया। भारत ने इस मतदान में हिस्सा नहीं लिया। इस प्रस्ताव के पक्ष में 32 वोट पड़े जबकि दो वोट (रूस और इरित्रिया) इसके खिलाफ पड़े। भारत, चीन, पाकिस्तान, सूडान और वेनेजुएला सहित 13 देशों ने इस मतदान में हिस्सा नहीं लिया। प्रस्ताव के पक्ष में मतदान करने वाले देशों में फ्रांस, जर्मनी, जापान, नेपाल, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं।
रूसी हमले को जेलेंस्की बता रहे पूरे यूरोप का खतरा
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलदोमिर जेलेंस्की ने कहा कि अगर उनका देश रूस के हाथों में चला गया, तो यूरोप का पूरा महाद्वीप खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा, 'चुप मत रहो, यूक्रेन का समर्थन करो। क्योंकि अगर यूक्रेन लड़खड़ाता है, तो यूरोप लड़खड़ा जाएगा। अगर यूक्रेन गिरता है, तो यूरोप गिर जाएगा।'