युद्धग्रस्त यूक्रेन की राजधानी कीव और उसके आसपास बुधवार की सुबह एक हवाई अलर्ट घोषित किया गया और निवासियों से जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों में जाने का अनुरोध किया गया। क्षेत्रीय प्रशासन के प्रमुख ओलेक्सी कुलेबा ने टेलीग्राम पर कहा, ‘कीव क्षेत्र- हवाई अलर्ट। मिसाइल हमले का खतरा है। सभी लोग तुरंत सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।’
यूक्रेन पर हमला करने के करीब दो हफ्ते बाद रूसी सेना ने देश की तटरेखा पर बढ़त हासिल कर ली है। अजोव सागर पर स्थित मारियुपोल को रूसी सैनिकों ने कई दिनों से घेर रखा है और 4,30,000 लोगों की आबादी वाले इस शहर में मानवीय संकट बढ़ रहा है। कई दिनों से रूसी सेना ने यूक्रेन के शहरों को घेर रखा है और नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए मानवीय गलियारे बनाने की कोशिशें विफल हो गयी हैं। ऐसी जानकारी है कि दो हफ्तों से चल रही इस लड़ाई में देश भर में हजारों लोगों की मौत हो गयी है जिसमें सैन्य और असैन्य नागरिक शामिल हैं।
हमले के दौरान परिसर की इमारत में लग गई थी आग-
इस बीच यूक्रेन के ऊर्जा मंत्री ने कहा कि यूक्रेन के एक परमाणु संयंत्र पर कब्जा कर चुकी रूसी सेना पूरी तरह थक चुके कर्मचारियों को एक संबोधन रिकॉर्ड करने के लिए विवश कर रही है, जिसका वह दुष्प्रचार के लिए इस्तेमाल करना चाहती है। रूसी सेना ने शुक्रवार को यूरोप के सबसे बड़े जापोरिजिया परमाणु संयंत्र पर हमला कर उसे कब्जे में ले लिया था। हमले के दौरान परिसर की एक इमारत में आग लग गयी थी और एक परमाणु आपदा का खतरा पैदा हो गया था। बाद में बताया गया कि संयंत्र से किसी रेडियोधर्मी पदार्थ का रिसाव नहीं हुआ है। ऊर्जा मंत्री हर्मन हालुश्चेंको ने फेसबुक पर कहा कि करीब 500 रूसी सैनिक और 50 भारी हथियार संयंत्र के अंदर हैं।