Highlights
- यूक्रेन के सैनिक अपना प्रतिरोध समाप्त करें और अपने हथियार डाल दें: लावरोव
- कोई भी उन पर हमला करने और प्रताड़ित करने की योजना नहीं बना रहा है: लावरोव
- पुतिन ने यूक्रेन के सैनिकों से ‘तुरंत हथियार डालने और घर लौटने’ का भी आग्रह किया।
मॉस्को: रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आह्वान पर यूक्रेन की सेना के सकारात्मक प्रतिक्रिया देने, प्रतिरोध खत्म करने और हथियार डालने के बाद मॉस्को यूक्रेन के साथ ‘किसी भी क्षण’ बातचीत के लिए तैयार है। रूस की समाचार एजेंसी ‘तास’ के मुताबिक दोनेत्स्क पीपुल्स रिपब्लिक (DPR) के उपविदेश मंत्री सर्गेई पेरसाडा और लुहांस्क पीपुल्स रिपब्लिक (LPR) के विदेश मंत्री व्लादिस्लाव डेनेगो के साथ बातचीत के बाद लावरोव ने यह टिप्पणी की।
‘हथियार डाल दे यूक्रेन की सेना, फिर होगी बातचीत’
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने 21 फरवरी को यूक्रेन के 2 क्षेत्रों की ‘स्वतंत्रता’ को मान्यता देते हुए दोनेत्स्क पीपुल्स रिपब्लिक और लुहांस्क पीपुल्स रिपब्लिक के नेताओं के साथ संधियों पर हस्ताक्षर किए। समाचार एजेंसी ‘तास’ के मुताबिक लावरोव ने कहा है, ‘यूक्रेन के सैन्य बलों ने हमारे राष्ट्रपति के आह्वान का जवाब दिया तो हम किसी भी समय बातचीत करने के लिए तैयार हैं। वे अपना प्रतिरोध समाप्त करें और अपने हथियार डाल दें। कोई भी उन पर हमला करने और प्रताड़ित करने की योजना नहीं बना रहा है। उन्हें अपने परिवारों के पास वापस जाने दें और हमें यूक्रेन के लोगों को अपना भविष्य तय करने का मौका दें।’
‘पश्चिमी देशों के इशारे पर चल रहा है यूक्रेन’
राष्ट्रपति पुतिन ने गुरुवार की सुबह टेलीविजन पर संबोधन में घोषणा की कि डोनबास रिपब्लिक के प्रमुख के अनुरोध के जवाब में, उन्होंने उन लोगों की रक्षा के लिए एक विशेष सैन्य अभियान चलाने का निर्णय लिया है जो 8 साल से यूक्रेन के शासन के ‘दुर्व्यवहार और नरसंहार से पीड़ित हैं।’ पुतिन ने कहा कि रूसी सैन्य अभियान का उद्देश्य यूक्रेन का ‘विसैन्यीकरण’ सुनिश्चित करना है। पुतिन ने यूक्रेन के सैनिकों से ‘तुरंत हथियार डालने और घर लौटने’ का भी आग्रह किया। रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन इस समय पश्चिमी देशों के इशारे पर चल रहा है।