Highlights
- यह सीमा पोलैंड के साथ यूक्रेन की सीमा से 35 किलोमीटर दूर है
- प्रशिक्षित करने के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षकों को सैन्य रेंज में भेजा है
- यारोविव इंटरनेशनल पीसकीपिंग एंड सिक्योरिटी सेंटर के रूप में भी जाना जाता है
रूसी सेना ने रविवार सुबह पश्चिमी यूक्रेन में एक सैन्य प्रशिक्षण अड्डे पर हमला किया, जिससे रूस का आक्रमण पोलैंड के साथ यूक्रेन की लगती सीमा के करीब पहुंच गया है। क्षेत्रीय प्रशासन ने संभावित हताहतों के बारे में कोई विवरण दिए बिना कहा कि ल्वीव के उत्तर-पश्चिम में 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यारोविव सैन्य रेंज में आठ रॉकेट दागे गए। यह सीमा पोलैंड के साथ यूक्रेन की सीमा से 35 किलोमीटर दूर है।
अमेरिका ने 2015 से यूक्रेन की सेना को प्रशिक्षित करने के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षकों को सैन्य रेंज में भेजा है, जिसे यारोविव इंटरनेशनल पीसकीपिंग एंड सिक्योरिटी सेंटर के रूप में भी जाना जाता है और इस केंद्र ने अंतरराष्ट्रीय नाटो सैन्य अभ्यास की मेजबानी भी की है। रूस ने शनिवार को यूक्रेन के शहरों पर बमबारी तेज कर दी और देश के दक्षिण में मारियुपोल पर शिकंजा और कसते हुए राजधानी कीव के बाहरी इलाकों में गोलाबारी तेज कर दी है।
रूस के आक्रमण से मारियुपोल सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। निरंतर गोलाबारी ने 430,000 की आबादी वाले शहर में भोजन, पानी और दवा लाने तथा फंसे हुए नागरिकों को निकालने के प्रयासों को विफल कर दिया है। महापौर के कार्यालय के अनुसार हमले में मारियुपोल में 1,500 से अधिक लोग मारे गए हैं और शवों को सामूहिक कब्रों में दफनाने के प्रयास भी गोलाबारी के कारण बाधित हो रहे हैं।
यूक्रेन की मदद कर रहा है अमेरिका-
संघर्ष विराम के लिए हुई वार्ता शनिवार को फिर विफल रही और जब अमेरिका ने यूक्रेन को हथियारों के लिए 20 करोड़ डॉलर की राशि फिर प्रदान करने की योजना की घोषणा की तो एक वरिष्ठ रूसी राजनयिक ने चेतावनी दी कि मास्को सैन्य उपकरणों की विदेशी खेप पर भी हमला कर सकता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूस पर उनके देश को तोड़ने और ‘आतंक के एक नए चरण’ को शुरू करने तथा मारियुपोल के पश्चिम में एक शहर के महापौर को हिरासत में लेने का आरोप लगाया है।
जेलेंस्की ने शनिवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन के दौरान कहा, ‘यूक्रेन इस परीक्षा में खरा उतरेगा। हमारी धरती पर चल रहे युद्ध का मुकाबला करने के लिए हमें समय और ताकत की जरूरत है।’ यूक्रेन के एक अधिकारी ने कहा कि रूसी सैनिकों ने शनिवार को मारियुपोल पहुंचने की कोशिश कर रहे एक काफिले को लूट लिया और अन्य वाहनों को भी वहां जाने से रोक दिया।
जेलेंस्की ने किया जनता को संबोधित-
यूक्रेन की सेना ने कहा कि रूसी सेना ने रणनीतिक बंदरगाह की घेराबंदी को मजबूत करते हुए मारियुपोल के पूर्वी बाहरी इलाके पर कब्जा कर लिया। अजोव सागर पर मारियुपोल और अन्य बंदरगाहों को कब्जा कर लेने से रूस को क्रीमिया के लिए एक जमीनी गलियारा स्थापित करने में मदद मिल सकती है। रूस ने 2014 में यूक्रेन से क्रीमिया को छीन लिया था। जेलेंस्की ने अपने नागरिकों को अपना प्रतिरोध बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, ‘हमें अपनी रक्षा करना नहीं छोड़ना है, चाहे वह कितना भी मुश्किल क्यों न हो।’
बाद में शनिवार को जेलेंस्की ने बताया कि 24 फरवरी को रूसी आक्रमण शुरू होने के बाद से 1,300 यूक्रेनी सैनिक मारे गए हैं। जेलेंस्की ने एक वीडियो संबोधन के दौरान कहा, ‘‘वे मारियुपोल पर 24 घंटे बमबारी कर रहे हैं, मिसाइलें दाग रहे हैं। यह नफरत है। वे बच्चों को मार रहे हैं।’’ मारियुपोल में एसोसिएटेड प्रेस के एक पत्रकार ने नौ मंजिला अपार्टमेंट की इमारत पर टैंकों की गोलीबारी देखी।