Highlights
- कोयंबटूर में है इस छात्र का घर, परिवार ने बताई बेटे की इच्छा
- इंजीनियरिंग का यह छात्र जॉर्जियाई सेना में हुआ था भर्ती
कोयंबटूर। यूक्रेन की सेना में एक स्वयंसेवी के रूप में शामिल होने वाला एक 21 वर्षीय भारतीय छात्र अब कोयंबटूर स्थित अपने घर लौटना चाहता है। पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के छात्र आर सैनीकेश पिछले महीने जॉर्जियाई राष्ट्रीय सेना में शामिल हुए थे, लेकिन पिछले महीने युद्ध छिड़ने के बाद यूक्रेन के समर्थन में रूसी सैनिकों से लड़ रहे थे। लेकिन बाद में परिवारजनों से चर्चा करने पर उन्होंने युद्ध का झमेला छोड़कर वापसी की इच्छा जताई।
जॉर्जियाई राष्ट्रीय सेना एक अर्धसैनिक इकाई है जो ज्यादातर जातीय जॉर्जियाई स्वयंसेवकों द्वारा बनाई गई है। यह सैनिक युद्ध में यूक्रेन की तरफ से लड़ रहे हैं। उसके माता-पिता को तब पता चला जब कुछ दिन पहले केंद्रीय खुफिया अधिकारियों ने उनसे मुलाकात की और सैनीकेश का विवरण मांगा। सूत्रों ने बताया कि युवक के पिता रविचंद्रन ने तीन दिन पहले अपने बेटे से बात की थी। इस दौरान उसने घर लौटने की इच्छा जताई थी। चूंकि भारतीय अधिकारी इस मामले पर करीब से नजर रख रहे हैं, इसलिए रविचंद्रन को उम्मीद है कि उनका बेटा जल्द ही उनसे जुड़ जाएगा।
गौरतलब है कि तमिलनाडु के एक 21 वर्षीय युवक ने जॉर्जियाई राष्ट्रीय सेना अर्धसैनिक इकाई के हिस्से के रूप में यूक्रेन के समर्थन में हथियार उठा लिए। इसे भारतीय सेना ने दो बार पहले खारिज कर दिया था। जानकारी के अनुसार संघर्ष में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग का छात्र रूसी सेना के खिलाफ लड़ने के लिए हथियार उठा लिए थे।
जानकारी के अनुसार सितंबर 2018 में, सैनीकेश ने खार्किव में नेशनल एयरोस्पेस यूनिवर्सिटी में एक कोर्स किया और 2023 में उनका पांच साल का कोर्स जुलाई पूर्ण होना है। लेकिन उसके परिवार के सदस्य यूक्रेन की सेना के साथ मिलकर रूस के विरुद्ध हथियार उठाने के कारण चिंतित थे और उन्हें घर लौटने के लिए कहा था, लेकिन उसने मना कर दिया था।