रूस और यूक्रेन के बीच तनाव जारी है। यूक्रेन के सैन्य खुफिया प्रमुख किरिलो बुडानोव का कहना है कि रूस, यूक्रेन को दो टुकड़ों में विभाजित करने का प्रयास कर सकता है। रक्षा मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी एक बयान के अनुसार बुडानोव ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यह महसूस किया है कि ‘‘वह पूरे देश (यूक्रेन) को तो निगल नहीं सकते’’, इसलिए वह ‘कोरियाई परिदृश्य’ के तहत यूक्रेन को संभवत: विभाजित करने का प्रयास करेंगे। उनका संदर्भ उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच दशकों पुराने विभाजन से था।
बुडानोव ने कहा, ‘कब्जा जमाने वाले (रूस) कब्जे वाले क्षेत्रों को एक अर्ध-राज्य संरचना में तब्दील करने का प्रयास करेंगे और इसे स्वतंत्र यूक्रेन के खिलाफ खड़ा करेंगे।’ उन्होंने कब्जे वाले शहरों में समानांतर सरकारी ढांचा स्थापित करने और लोगों को यूक्रेनी मुद्रा, रिव्निया का उपयोग करने से रोकने के लिए रूसी प्रयासों की ओर इशारा किया।
बुडानोव ने भविष्यवाणी की कि यूक्रेन का प्रतिरोध ‘कुल’ गुरिल्ला युद्ध में विकसित होगा और रूस के प्रयासों को पटरी से उतार देगा। अन्य घटनाक्रम पेरिस - फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के उस बयान से खुद को अलग कर लिया है, जिसमें बाइडन ने कहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सत्ता में नहीं रह सकते हैं।
मैक्रों ने तनाव कम करने के प्रयास किये जाने की अपील की है। मैक्रों कई बार यूक्रेन में शांति के लिए रूस के राष्ट्रपति से बातचीत कर चुके हैं, लेकिन उनके प्रयास अभी तक विफल रहे हैं। वह एक बार फिर पुतिन से रविवार या सोमवार को बातचीत करेंगे।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने बाइडन की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर फ्रांस-3 टेलीविजन चैनल पर रविवार को कहा, ‘‘हमें तथ्यात्मक होना चाहिए और हरसंभव प्रयास करना चाहिए ताकि स्थिति नियंत्रण से बाहर न जाए।’’ मैक्रों ने कहा, ‘‘मैं उन शब्दों का इस्तेमाल नहीं करूंगा, क्योंकि मैं पुतिन से बात करता रहा हूं। हम सामूहिक रूप से केवल यही चाहते हैं कि यूक्रेन पर रूस द्वारा थोपा गया युद्ध रुकना चाहिए।’
इस्तांबुल-तुर्की की राजधानी अंकारा स्थित यूक्रेन के दूतावास ने कहा है कि 159 यूक्रेनवासियों का एक समूह तुर्की के दक्षिण हिस्से में स्थित अंटालिया शहर पहुंचा है। इनमें चार से 18 वर्ष के लड़के-लड़कियां शामिल हैं जिन्हें दनिप्रो क्षेत्र के केयर होम्स से खाली कराकर रेलगाड़ी से पोलैंड और उसके बाद हवाई मार्ग से तुर्की ले जाया गया है।
वेटिकन सिटी-पोप फ्रांसिस ने भी यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए बातचीत की अपील की है। फ्रांसिस ने सेंट पीटर्स स्क्वायर में रविवार को जनसभा में कहा कि एक महीने से अधिक समय से ‘निष्ठुर और संवेदनहीन युद्ध’ जारी है। एक बार फिर उन्होंने रूस का प्रत्यक्ष नाम लेने से बचते हुए कहा, ‘शक्तिशाली (रूस) निर्णय करता है और गरीब मरते हैं।’
उन्होंने यूक्रेन के एक चौथाई बच्चों के युद्ध के कारण विस्थापित होने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘युद्ध केवल वर्तमान को ही तबाह नहीं करता बल्कि समाज के भविष्य को भी तबाह करता है।’
मॉस्को-रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी नेशनल गार्ड (आएनजी) के छठे स्थापना दिवस पर इसकी सराहना की है। पुतिन ने यूक्रेन में रूसी सैन्य अभियान में शामिल नेशनल गार्ड इकाई के सर्विस स्टाफ को विशेष तौर पर सम्बोधित किया। तीन लाख जवानों वाले नेशनल गार्ड की स्थापना पुतिन ने ही आंतरिक सैन्य बल के तौर पर 2016 में की थी, जिसका काम आतंकवाद और संगठित अपराध से निपटना, देश के प्रतिष्ठानों की रक्षा करना, हथियारों की निगरानी करना तथा दंगा नियंत्रित करना था।
बर्लिन-जर्मनी के राष्ट्रपति यूक्रेन, रूस और बेलारूस के संगीतकारों को लेकर यूक्रेन के साथ ‘एकजुटता कंसर्ट’ आयोजित कर रहे हैं। यरूशलम-अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि यूक्रेन पर रूस के निंदनीय हमले के बावजूद अमेरिका रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सरकार को गिराने का प्रयास नहीं कर रहा है। ब्लिंकन की यह टिप्पणी बाइडन के वारसा में उस सम्बोधन के एक दिन बाद आई है जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘भगवान के लिए, यह आदमी सत्ता में नहीं रह सकता।’
विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिका ने बार-बार कहा है कि ‘हमारी रूस में या कहीं और सत्ता परिवर्तन की कोई रणनीति नहीं है।’ कीव-यूक्रेन के राष्ट्रपति वालोदिमीर जेलेंस्की ने एक बार फिर पश्चिमी देशों से अपील की है कि वे यूक्रेन को लड़ाकू विमान और वायु रक्षा मिसाइल प्रदान करें। जेलेंस्की ने आज सुबह फिर एक वीडियो संदेश में कहा है कि यूक्रेन रूसी मिसाइल का बंदूकों और मशीन गन से नहीं मुकाबला कर सकता, जो उसे बड़े पैमाने पर उपलब्ध कराया गया है।
उन्होंने कहा, ‘हम मारियुपोल को बगैर टैंक, अन्य साजो-सामान तथा लड़ाकू विमानों के बिना खाली नहीं करा सकते। यूक्रेन के सभी शुभचिंतकों को यह पता है। यूरोपीय संघ और अमेरिका के सभी नेता यह बखूबी जानते हैं।’