Highlights
- भारतीय दूतावास ने भारतीय नगारिकों और छात्रों को यूक्रेन छोड़ने की एडवाइजरी जारी की
- उन छात्रों से खासतौर से अपील गई है जिनका वहां रहना बहुत जरूरी नहीं है
- यूक्रेन के अंदर गैर-जरूरी यात्रा करने से बचें भारतीय नागरिक
कीव : यूक्रेन पर रूस के हमले की संभावना और ज्यादा बढ़ गई है। जहां एक और रूस ने यूक्रेन से लगती सीमा पर अपने सैनिकों की संख्या और बढ़ दी है, वहीं यूक्रेन पर हमले की स्थिति में अमेरिका की ओर से कड़ा एक्शन लिए जाने की चेतावनी का भी रूस पर कोई खास असर नहीं पड़ रहा है। वहीं इस संभावित हमले के खतरे को देखते हुए यूक्रेन की राजधानी कीव स्थित भारतीय दूतावास ने भी भारतीय नगारिकों और छात्रों को यूक्रेन छोड़ने की एडवाइजरी जारी कर दी है।
भारतीय दूतावास की ओर से जारी इस एडवाइजरी में कहा गया है कि यूक्रेन की मौजूदा स्थिति और अनिश्चितताओं के बीच यहां रहनेवाले भारतीय नगारिक और खासतौर से छात्र जिनका यहां रहना बहुत आवश्यक नहीं है, वे अस्थायी तौर पर यूक्रेन छोड़ सकते हैं। इसके साथ ही यूक्रेन में मौजूद भारतीय नागरिकों से भी कहा गया है कि वे देश के अंदर गैर-जरूरी यात्रा करने से बचें।
साथ ही दूतावास ने भारतीय नागरिकों से यह भी कहा है कि वे अपनी मौजूदा स्थिति के बारे में दूतावास को अवगत कराते रहें, ताकि जरूरत पड़ने पर दूतावास उन तक अपनी पहुंच बना सके। एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि दूतावास, यूक्रेन में रह रहे भारतीयों तक अपनी सेवाएं समान्य तौर पर बनाए रखेगा।
वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की की फेसबुक पोस्ट ने संभावित युद्ध की आशंका बढ़ा दी है। ज़ेलेंस्की ने अपने फेसबुक पोस्ट में इस बात का संकेत दिया है कि रूस 16 फरवरी को देश पर आक्रमण करेगा। ज़ेलेंस्की ने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए राष्ट्र को संबोधित किया और लिखा-'हमें बताया गया है कि 16 फरवरी हमले का दिन होगा'।
इसके साथ ही उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि यूक्रेन बुधवार को 'एकता दिवस' मनाएगा। वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने रूस को यूक्रेन पर आक्रमण करने की स्थिति में ‘‘गंभीर परिणाम’’ भुगतने की चेतावनी दी है और इस मुद्दे के कूटनीतिक समाधान पर जोर दिया है।