रूस और यूक्रेन के बीच जंग तेज हो गई है। एक दिन पहले यूक्रेन ने रूस की राजधानी मास्को को ड्रोन हमले से निशाना बनाया तो अब 24 घंटे के अंदर ही पुतिन की सेना ने यूक्रेन के ओडिसा बंदरगाह पर फिर बड़ा ड्रोन हमला किया। हमला इतना घातक था कि बंदरगाह के महत्वपूर्ण ढांचे तहस-नहस हो गए हैं। ड्रोन हमले से ओडिसा पोर्ट पर भीषण आग लग गई है। हालांकि मौतों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है। इससे पहले भी रूस ने यूक्रेन के सबसे महत्वपूर्ण इस पोर्ट को कई बार ड्रोन हमले से निशाना बनाया है। बता दें कि रूस-यूक्रेन के बीच अनाज समझौता टूटने के बाद से ही मास्को लगातार ओडिसा पोर्ट को बर्बाद करने में जुटा है।
यूक्रेनी सेना से मिली जानकारी के अनुसार रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के ओडेसा क्षेत्र स्थित बंदरगाह को बीती रात अपने शाहिद ड्रोन से निशाना बनाया। यूक्रेन की सेना ने यह जानकारी दी। यूक्रेन की सेना के मुताबिक रूस के ड्रोन हमले से अनाज को ढोने के लिए लगा एलिवेटर क्षतिग्रस्त हो गया और वहां के ढांचे में आग लग गई जो देश से अनाज निर्यात के लिए अहम था। यूक्रेन से ओडेसा बंदरगाह के रास्ते विश्व बाजार में अनाज के निर्यात की अनुमति दिए जाने के बाद से रूस इस शहर को अपना निशाना बना रहा है। जानकारी के मुताबिक 17 जुलाई से अब तक रूसी बलों ने ओडेसा बंदरगाह और वैकल्पिक मार्ग के तौर पर इस्तेमाल किए जा रहे क्षेत्र के नदी पत्तनों पर दर्जनों बार ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया है।
यूक्रन ने किया 23 रूसी ड्रोन मार गिराने का दावा
यूक्रेनी सेना के दक्षिणी कमान ने फेसबुक पोस्ट में बताया, ‘‘ दुश्मन का स्पष्ट निशाना क्षेत्र के बंदरगाह और औद्योगिक अवसंरचनाएं हैं।’’हमले की वजह से औद्योगिक क्षेत्र और बंदरगाह की इमारतों में आग लग गई और अनाज को ढोने के लिए लगा एलिवेटर क्षतिग्रस्त हो गया। मगर वायुसेना ने गत रात में रूस के 23 शाहिद ड्रोन को मार गिराया जो अधिकतर ओडेसा और कीव में हमले के लिए भेजे गए थे। कीव नगर प्रशासन के प्रमुख सेरही पोपको ने बताया कि कीव में भेजे गए सभी 10 ड्रोन नाकाम कर दिए गए। उन्होंने बताया कि गत रात धमाकों की कई आवाजें सुनाई दी, क्योंकि वायु रक्षा प्रणाली सक्रिय थी।
पोपको के मुताबिक मार गिराए गए ड्रोन का मलबा राजधानी के तीन जिलों में गिरा जिससे गैर रिहायशी इमारत को नुकसान पहुंचा। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बुधवार सुबह अपने टेलीग्राम संदेश में कहा, ‘‘रूसी आतंकवादियों ने एक बार फिर बंदरगाह, अनाज संग्रहण सुविधा और वैश्विक खाद्य सुरक्षा को निशाना बनाया। दुनिया को इसका जवाब देना चाहिए। (एपी)
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