रूस-यूक्रेन युद्ध के अब 2 वर्ष पूरे होने को हैं, मगर अभी तक दोनों देश किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सके हैं। रूस ने युद्ध के आगाज में ही यूक्रेन के 4 राज्यों को जीत लिया था। इसमें दोनेत्स्क, लुहांस्क, जापोरिज्जिया और खेरसॉन शामिल हैं। हालांकि यूक्रेन ने अभी तक हार नहीं मानी है और रूस ने यूक्रेन को घुटने नहीं टेकवाने तक युद्ध जारी रखने का ऐलान किया है। मगर इस बीच अब रूस ने अपने देश के बच्चों को स्कूली शिक्षा में परमाणु बम के हमले के बाद बचने का तरीका और बम फेंकने की ट्रेनिंग देना का पाठ्यक्रम शामिल कर लिया है। इससे युद्ध में आगे परमाणु हमले की आशंका बढ़ गई है।
रूस ने पहले कई बार यूक्रेन पर परमाणु हमले करने की धमकी भी दी थी। उसे यह भी पता है कि ऐसा करने पर यूक्रेन पर भी उस पर परमाणु बम से पलटवार कर सकता है। ऐसे में रूस ने अपने स्कूलों के पाठ्यक्रम में ये नया अध्याय जोड़ा है, जिसमें बच्चों को परमाणु बम से बचने का तरीका और बमबारी करने का सलीका सिखाया जाएगा। कहा जा रहा है कि आगामी सितंबर से यह पाठ्यक्रम स्कूलों में लागू हो जाएगा। इसके बाद बच्चों को हमलों से बचने का तरीका और पलटवार करने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
परमाणु युद्ध की ओर बढ़ रही दुनिया
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद इजरायल-हमास युद्ध, पाकिस्तान-ईरान संघर्ष और पश्चिमी देशों में मचे घमासान ने परमाणु युद्ध का खतरा बढ़ा दिया है। इधर भारत और चीन के बीच भी 4 वर्षों से तनाव का दौर जारी है। चीन-ताइवान तनाव और अमेरिकी-चीन के बीच संघर्ष ने दुनिया को नए मोड़ पर ला खड़ा किया है। उधर उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के साथ जापान व अमेरिका का भी उत्तर कोरिया के साथ भीषण तनाव का दौर जारी है। इससे तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा भी बढ़ा है।
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