Highlights
- 11 वर्षीय लड़की समेत तीन लोग मारे गए
- नागरिकों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है
- रूसी सेना कथित तौर पर कैदियों को प्रताड़ित करती थी
RUSSIA-UKRAINE WAR: यूक्रेनी अधिकारियों ने रविवार को कहा कि रूसी गोलाबारी उनके शहरों और कस्बों को रात के समय निशाना बना रही है। इस बीच ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने आगाह किया है कि युद्ध के मैदान में पराजय से जूझ रहे रूस की ओर से अब यूक्रेन के नागरिक ठिकानों पर हमले तेज किये जाने के आसार हैं। मंत्रालय ने ऑनलाइन माध्यम से प्रेस वार्ता के दौरान अवगत कराया कि पिछले सात दिनों के दौरान रूस ने असैन्य बुनियादी ढांचों पर हमले बढ़ा दिये हैं। अग्रिम मोर्चे पर नुकसान उठाने के बाद रूस के हमले तेज करने के आसार हैं और मंत्रालय के मुताबिक रूस अब सीधे तौर पर यूक्रेनी लोगों और सरकार के आत्मविश्वास को हिलाने के मकसद से हमले की तैयारी कर रहा है।
रूस ने रातभर गोलीबारी की
मायकोलाइव के क्षेत्रीय गवर्नर विटाली किम ने कहा कि रातभर की गोलाबारी ने शहर के एक अस्पताल को निशाना बनाया। निकोपोल के क्षेत्रीय गवर्नर वैलेंटाइन रेज्निचेंको ने कहा कि शहर में रात में की गई गोलाबारी में तीन लोग घायल हो गए, जो यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा केंद्र के निकट नदी के पार स्थित है। जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के छह रिएक्टर पर मार्च में रूसी सेना द्वारा कब्जा कर लिया गया था, लेकिन यह यूक्रेनी इंजीनियरों द्वारा संचालित है।
बार-बार बिजली गुल होने के बाद इसके आखिरी रिएक्टर को एक सप्ताह पहले बंद कर दिया गया था, क्योंकि गोलाबारी से महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रणालियों को खतरा था। खारकीव के क्षेत्रीय गवर्नर ओलेह सिनीहुबोव के मुताबिक खारकीव के उस क्षेत्र में जहां यूक्रेनी जवाबी कार्रवाई ने रूसी सैनिकों को क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों से बड़े पैमाने पर पीछे हटने के लिए मजबूर किया, पिछले दिनों रॉकेट हमलों में एक 11 वर्षीय लड़की समेत तीन लोग मारे गए थे।
रूसी सैनिकों ने लोगों किया प्रताड़ित
गवर्नर पावलो किरिलेंको ने कहा कि दोनेत्स्क क्षेत्र में रूसी हमलों में पिछले दिनों पांच लोगों की मौत हो गई। उधर यूक्रेन के उस क्षेत्र के अभियोजकों ने रूस पर एक गांव के नागरिकों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है, जहां से रूसी सेनाएं हाल ही में यूक्रेन के जवाबी हमले के कारण पीछे लौटी हैं। खारकीव क्षेत्र के एक अभियोजक ने ऑनलाइन माध्यम से बयान जारी करके कहा कि उन्हें एक इमारत के तहखाने के बारे में पता चला है, जहां रूसी सेना कथित तौर पर कैदियों को प्रताड़ित करती थी।
यह इमारत रूसी सीमा के पास स्थित कोजाचा लोपन गांव में स्थित है। उनकी ओर से जारी तस्वीरों में रूसी सेना टीए-57 टेलीफोन के साथ दिख रही है। यूक्रेनी अधिकारियों ने रूसी सेना पर सोवियत युग के रेडियो टेलीफोन का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है, जो पूछताछ के दौरान कैदियों को बिजली का करंट देकर मारने का साधन है।