मॉस्को: यूक्रेन के साथ 2 वर्षों से अधिक समय से चल रहे युद्ध के बावजूद रूस का अंतरिक्ष अभियान जारी है। इससे साफ जाहिर है कि रूस ने युद्ध के दबाव में आकर अपनी वैज्ञानिक गतिविधियों को विराम नहीं दिया है। रूस की इसी जिजीविषा के चलते 3 अंतरिक्ष यात्री अतंरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से एक कैप्सूल के जरिया धरती पर सुरक्षित उतर आए हैं। अंतरिक्ष स्टेशन पर अपने मिशन के बाद दो महिला और एक पुरुष यात्री रूसी अंतरिक्ष कैप्सूल के जरिए शनिवार को कजाखस्तान पहुंच गए।
जिस कैप्सूल के जरिये अंतरिक्ष यात्री धरती पर उतरे हैं, उसे सोयूज एमएस-24 कैप्सूल ना दिया गया है। इसमें रूसी अंतरिक्ष यात्री ओलेग नोवित्स्की, नासा की लॉरल ओ'हारा और बेलारूस की मारिना वासिलिव्स्काया सवार थीं, जो कजाखस्तान के समयानुसार दोपहर 12:17 सुदूर जेजकाज्गान शहर में उतरा। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में अब भी नासा के अंतरिक्ष यात्री माइकल बैरेट, मैथ्यू डोमिनिक, ट्रेसी डायसन, जेनेट एप्स और रूसी अंतरिक्ष यात्री निकोलाई चुब, अलेक्जेंडर ग्रीबेनकिन और ओलेग कोनोनेंको मौजूद हैं।
नासा ने कही यह बात
रूसी अंतरिक्ष यात्रियों के धरती पर वापसी के बावजूद नासा के वैज्ञानिक अभी अंतरिक्ष में डेरा डाले हुए हैं। नासा ने कहा कि ओ'हारा 15 सितंबर, 2023 को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंची थीं और उन्होंने वहां कुल 204 दिन बिताए। नोवित्स्की और वासिलिव्स्काया आरंभिक योजना से दो दिन बाद 23 मार्च को अंतरिक्ष के लिए रवाना हुए थे। (एपी)
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