कीव: रूस ने कुछ दिनों पहले हुए सैन्य विमान दुर्घटना मामले में यूक्रेन पर बड़ा आरोप लगाते कहा है कि जेलेंस्की की सेना ने अपने ही लोगों पर हमला करके मार गिराया। बता दें कि रूस में जो विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, उसमें यूक्रेनी सैनिक सवार थे, जो रूस की कैद में थे। उन कैदियों को एक स्थान से दूसरी जगह ले जाया जा रहा था। इसी दौरान विमान दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी। अब रूस ने उन कैदियों के शव सौंपने के यूक्रेन के अनुरोधों को खारिज कर दिया, जो रूस के दावे के अनुसार रूसी सैन्य परिवहन विमान पर यूक्रेनी बलों के हमले में मारे गए थे।
यूक्रेन के एक गुप्तचर अधिकारी ने यह जानकारी दी। यूक्रेन सेना की गुप्तचर सेवा के प्रवक्ता आंद्री यूसोव ने बृहस्पतिवार रात टीवी पर प्रसारित अपने बयान में 24 जनवरी को रूस में हुई उस घटना की अंतरराष्ट्रीय जांच कराने की यूक्रेन की मांग दोहराई। यूक्रेन के अनुसार अंतरराष्ट्रीय जांच से यह पता चलेगा कि आईएल-76 विमान में चालक दल के साथ-साथ हथियार या यात्रियों को ले जाया जा रहा था या नहीं। रूस ने यूक्रेन पर अपने लोगों को मारने का आरोप लगाया है जबकि यूक्रेन ने रूस के दावों को दुष्प्रचार बताते हुए खारिज कर दिया है।
यूक्रेन ने रूस के आरोपों को खारिज किया
यूक्रेन ने इस बात से न तो इनकार किया है और न ही स्वीकार किया है कि उसके बलों ने विमान को मार गिराया था। रूस के इस दावे की भी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकती कि इस दुर्घटना में यूक्रेन के युद्धबंदी मारे गए हैं। रूसी अधिकारियों का दावा है कि विमान में 74 यात्री सवार थे, जिनमें 65 यूक्रेन के युद्धबंदी थे। एक तरफ यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस ने शव सौंपने के उसके अनुरोध खारिज कर दिए हैं तो दूसरी ओर रूसी राष्ट्रपति कार्यालय ‘क्रेमलिन’ के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती को शुक्रवार को बताया कि शवों को सौंपने के बारे में रूस को यूक्रेन की तरफ से कोई अनुरोध नहीं मिला है। (एपी)
यह भी पढ़ें
यूक्रेन युद्ध मामले में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने मारी पलटी, अब रूस के पक्ष में कही ये बात