रूस के हवाई सैन्य अड्डे पर लगातार हमले की कोशिश की जा रही है। रूसी सेना का दावा है कि उसने देश के अंदरूनी हिस्से में स्थित हवाई सैन्य अड्डे की ओर आ रहे एक यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया है। इस महीने में दूसरी बार रूस के हवाई सैन्य अड्डे को निशाना बनाने का प्रयास किया गया है और देश में इतने भीतर तक ड्रोन के घुस आने को लेकर देश की हवाई सुरक्षा क्षमता पर सवाल उठने लगे हैं। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि घटना सोमवार तड़के की है और एंजिल्स एयरबेस पर मलबे की चपेट में आकर तीन सैनिकों की मौत हो गई।
यूक्रेनी ड्रोन ने दूसरी बार बनाया निशाना
गौरतलब है कि इस हवाई अड्डे में परमाणु हथियार क्षमता वाले टीयू-95 और टीयू-160 लड़ाकू विमान मौजूद हैं, जो लगातार यूक्रेन पर हुए हमलों में शामिल रहे हैं। रूस के बाजा समाचार आउटलेट ने बताया कि घटना में चार लोग घायल हो गए। एंजिल्स एयरबेस यूक्रेनी सीमा से 600 किलोमीटर से ज्यादा दूर रूस के सारातोव क्षेत्र में वोल्गा नदी पर स्थित है। मंत्रालय ने कहा कि रूसी विमानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। यूक्रेनी ड्रोनों ने दूसरी बार एंजिल्स अड्डे को निशाना बनाया है और इससे पहले पांच दिसंबर को हमला किया था।
रूसी जंग का नतीजा है: यूक्रेन
यूक्रेनी वायुसेना के प्रवक्ता युरी इनहाट ने सोमवार को यूक्रेनी टीवी से बातचीत में ड्रोन वाली घटना में अपने देश की संलिप्तता को सीधे-सीधे स्वीकार नहीं किया, लेकिन कहा कि यह रूसी जंग का नतीजा है। उन्होंने कहा, ''अगर रूसियों ने यह सोचा कि युद्ध से वे भीतर तक प्रभावित नहीं होंगे तो, वे बहुत गलत हैं।'' यूक्रेनी अधिकारियों ने कभी भी रूसी सीमा में ड्रोन भेजने की पुष्टि नहीं की है। उन्होंने रूसी सैन्य अड्डे पर ड्रोन हमले सहित पिछले किसी भी हमले पर स्पष्ट जवाब नहीं दिया है।