रूस और यूक्रेन के बीच जंग को शुरू हुए अब दो साल से ज्यादा समय बीत चुका है। दोनों ओर से बड़े स्तर पर सैनिक हताहत हुए हैं और आम नागरिकों की भी मौत हुई है। इसके साथ ही यूक्रेन के कई शहर बुरी तरह से तबाह भी हो चुके हैं। हालांकि, अबतक इस जंग का आखिरी नतीजा सामने नहीं आया है। इस बीच अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ऐसा ऐलान किया है जिससे दुनिया में हर कोई हैरान है। दावा किया जा रहा है कि पुतिन ने यूक्रेन के साथ सीजफायर की बात कही है। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कुछ शर्तें भी जोड़ी हैं।
क्या हैं पुतिन की शर्तें?
एपी की रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि वह यूक्रेन के साथ सीजफायर के लिए तैयार हैं। हालांकि, पुतिन ने शर्त रखी है कि यूक्रेन कब्जा किए क्षेत्रों से अपनी सेना को हटाए। इसके साथ ही पुतिन ने ये भी कहा है कि यूक्रेन को अमेरिका व पश्चिमी देशों के नाटो अलायंस में शामिल होने की जिद छोड़नी होगी।
पश्चिमी देशों का रूस पर फिर से एक्शन
रूस के खिलाफ इस बार जी-7 देशों ने एक बेहद कड़ा फैसला लिया है। इसके मुताबिक अमेरिका और यूरोपीय देशों ने रूस की प्रतिबंधित संपत्तियों को उस समय तक जब्त रखे जाने पर सहमति जताई है, जब तक कि मास्को यूक्रेन पर हमले के लिए क्षतिपूर्ति का भुगतान नहीं कर देता। अमेरिका और यूरोप के इस कदम से जी-7 शिखर सम्मेलन में नेताओं द्वारा कीव के लिए 50 अरब अमेरिकी डॉलर के ऋण पैकेज की घोषणा करने का रास्ता साफ हो गया है।
पीएम मोदी से मिले जेलेंस्की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जी7 शिखर सम्मेलन से इतर यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की से द्विपक्षीय वार्ता की। इस उन्होंने यूक्रेन युद्ध को लेकर फिर बड़ा बयान दिया है। उनके बयान पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी थीं। प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन युद्ध को लेकर कहा कि शांति का मार्ग संवाद और कूटनीति से ही खोजा जा सकता है।
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