रूस और यूक्रेन के युद्ध को अब एक साल होने जा रहा है, इसके बाद भी यह लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है। हर दिन एक नई रणनीति के साथ यह युद्ध फिर शुरू हो जाता है। एक तरफ रूस है तो दूसरी तरफ यूक्रेन और नाटो देश। रूस, यूक्रेन पर कब्जा करना चाहता है तो वहीं यूक्रेन जितने भी नाटो देश हैं उनके सहारे पूतिन की हर चाल को मात देने में जुटा है। नाटो देशों ने रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को सैन्य सहायता बढ़ा दी है। अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, स्वीडन समेत कई देशों ने यूक्रेन को आधुनिक हथियार देने का ऐलान किया है। इसमें अमेरिका का अब्राम्स टैंक, ब्रिटेन का चैलेंजर-2 टैंक और जर्मनी का लेपर्ड टैंक भी शामिल है।
यूक्रेन को मिल रहे घातक हथियार
वहीं, रूस ने धमकी दी है कि वह नाटो के किसी भी हथियार की तरह इन देशों के टैंकों को आसानी से नष्ट कर देगा। इस बीच पश्चिमी सैन्य विशेषज्ञों ने कहा है कि यूक्रेन को मिल रहे इन घातक हथियारों का रूसी सेना पर घातक असर हो सकता है। रूसी सेना पूर्वी यूक्रेन में पहले से ही पीछे हट रही है। ऐसे में यूक्रेन की सेना अत्याधुनिक टैंकों, मिसाइलों, रॉकेटों, बख्तरबंद वाहनों की मदद से जबरदस्त जवाबी कार्रवाई कर सकती है।
रूसी राजदूत ने क्या कहा?
अमेरिका में रूसी राजदूत अनातोली एंटोनोव ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी की कार्रवाइयां संकट को और बढ़ा देंगी। इन देशों का यह फैसला यूक्रेन को रक्षात्मक हथियार मुहैया कराने से कहीं आगे निकल गया है। उन्होंने रूस टुडे को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि अगर यूक्रेन अमेरिका से एम1 अब्राम्स टैंक तैनात करने का फैसला करता है, तो निस्संदेह यह नाटो के अन्य हथियारों की तरह नष्ट हो जाएगा। उन्होंने अमेरिका पर आरोप लगाया कि वह यूक्रेन में अपनी कठपुतली सरकार को सैन्य सहायता देना जारी रखे हुए है।
रूस-यूक्रेन दुश्मनी की वजह अमेरिका: रूस
राजदूत एंटोनोव ने दावा किया कि रूस-यूक्रेन दुश्मनी की वजह अमेरिका है। अमेरिका ने दोनों देशों के बीच दुश्मनी को प्रायोजित किया है। वह रूस के खिलाफ रणनीतिक हार के लिए यूक्रेन को प्रॉक्सी के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका टैंकों की आपूर्ति करने का फैसला करता है, तो रक्षात्मक हथियारों के बारे में तर्क देकर इस तरह के कदम को सही ठहराना असंभव होगा। यह रूसी संघ के खिलाफ एक और ज़बरदस्त उकसावे की कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि किसी को भी इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि मौजूदा संघर्ष में असली हमलावर कौन है।
अमेरिका यूक्रेन को भेजेगा 30 से अधिक अब्राम टैंक
अमेरिका ने यूक्रेन को 30 से अधिक अब्राम टैंक भेजने का फैसला किया है। हालांकि, इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल पेंटागन के साथ इस मुद्दे पर काम किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि इन टैंकों को यूक्रेन पहुंचाने में महीनों लग सकते हैं। एक अधिकारी ने कहा कि इन टैंकों को आगामी यूक्रेन सुरक्षा सहायता पहल पैकेज के तहत खरीदा जाएगा, जो वाणिज्यिक विक्रेताओं से खरीदे जाने वाले हथियारों और उपकरणों के लिए धन उपलब्ध कराता है।
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