Highlights
- उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने पश्चिमी सहयोगियों पर रूस के साथ संबंधों में तनाव को लगातार बढ़ाने का आरोप लगाया।
- रयाबकोव का बयान रूस द्वारा सुरक्षा दस्तावेजों का मसौदा प्रस्तुत करने के एक दिन बाद आया।
- व्लादिमीर पुतिन ने पिछले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन के साथ वीडियो कॉल में सुरक्षा गारंटी की मांग उठाई थी।
मॉस्को: रूस के एक वरिष्ठ राजनयिक ने शनिवार को कहा कि यदि अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा उत्तेजित कार्रवाई करना जारी रखने और नाटो के यूक्रेन में विस्तार को रोकने संबंधी गारंटी की रूस की मांग को अनदेखा किया गया तो वह अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए उपाय कर सकता है। उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने पश्चिमी सहयोगियों पर रूस के साथ संबंधों में तनाव को लगातार बढ़ाने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि अगर पश्चिम ने उसकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया तो रूस भी कदम उठा सकता है।
‘इंटरफैक्स’ समाचार एजेंसी के साथ एक इंटरव्यू में रयाबकोव का बयान रूस द्वारा सुरक्षा दस्तावेजों का मसौदा प्रस्तुत करने के एक दिन बाद आया। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन के साथ वीडियो कॉल में सुरक्षा गारंटी की मांग उठाई थी। बातचीत के दौरान, बायडेन ने यूक्रेन के पास रूसी सैनिकों की तैनाती के बारे में चिंता व्यक्त की थी और उन्हें चेतावनी दी थी कि अगर मॉस्को ने अपने पड़ोसी पर हमला किया तो रूस को ‘गंभीर परिणाम’ भुगतने होंगे।
रयाबकोव ने मॉस्को के खिलाफ सख्त नए पश्चिमी प्रतिबंधों को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में ‘इंटरफैक्स’ को बताया, ‘रूस के संबंध में ‘वे जो संभव है उसकी सीमा बढ़ा रहे हैं। लेकिन वे इस बात पर विचार करने में विफल रहे कि हम अपनी सुरक्षा का ध्यान रखेंगे। हम अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सभी तरीके, साधन और समाधान ढूंढेंगे।’ उन्होंने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया कि अगर पश्चिम द्वारा उसकी मांगों को खारिज कर दिया जाता है तो रूस क्या कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘हम संघर्ष नहीं चाहते। हम एक उचित आधार पर एक समझौते पर पहुंचना चाहते हैं।’