Highlights
- कीव के बाहरी इलाकों और अन्य मोर्चों पर जंग जारी है
- क्रेमलिन ने भी इस विषय पर कोई बयान नहीं दिया
- रूस की सेना ने हमले के आरंभिक चरण में 24 फरवरी को चेर्नोबिल पर कब्जा कर लिया था
कीव: रूस की सेना ने शुक्रवार को चेर्नोबिल नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र स्थल का नियंत्रण वापस यूक्रेन को सौंप दिया और विकिरण से दूषित इस स्थान को छोड़ दिया। यूक्रेन के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। रूस ने एक महीने से ज्यादा समय पहले चेर्नोबिल को अपने कब्जे में ले लिया था। इसके साथ ही कीव के बाहरी इलाकों और अन्य मोर्चों पर जंग जारी है। यूक्रेन की सरकारी ऊर्जा कंपनी, एनर्जोएटम ने कहा कि बंद पड़े संयंत्र से सैनिकों को विकिरण दंश झेलना पड़ रहा था, जिसके बाद उन्होंने चेर्नोबिल को छोड़ दिया। हालांकि, स्वतंत्र रूप से इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती।
रूस के सैनिक चेर्नोबिल से ऐसे वक्त में पीछे हटे हैं, जब ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि क्रेमलिन यूक्रेन में पीछे हटने के वास्ते बातचीत करने की आड़ में अपनी सेना को फिर से तैयार कर देश के पूर्वी हिस्से में पुनः तैनात करने की कोशिश कर रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि देश के उत्तर और मध्य भाग से रूस की सेना की वापसी महज एक दिखावा है और उसकी दक्षिण पूर्व में बड़े हमले की तैयारी है।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने कहा है कि उन्हें यूक्रेन की ओर से सूचना मिली है कि रूस की सेना ने चेर्नोबिल का नियंत्रण लिखित रूप में यूक्रेन को सौंप दिया है। यूक्रेन की एक सरकारी एजेंसी ने कहा कि शुक्रवार को रूस की सेना की अंतिम टुकड़ी परमाणु संयंत्र क्षेत्र से चली गई। एनर्जोएटम ने सैनिकों की हालत का कोई विस्तृत ब्यौरा नहीं दिया और केवल इतना कहा कि उन्हें रेडियोधर्मी विकिरण का दंश झेलना पड़ा। यह भी नहीं बताया गया कि कितने सैनिक विकिरण से प्रभावित हुए।
क्रेमलिन ने भी इस विषय पर कोई बयान नहीं दिया और आईएईए ने कहा कि वह इसकी पुष्टि नहीं कर सकता कि रूस के सैनिक विकिरण से प्रभावित हुए। रूस की सेना ने हमले के आरंभिक चरण में 24 फरवरी को चेर्नोबिल पर कब्जा कर लिया था।