UN Grain Deal: रूस के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि मॉस्को संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता वाले अनाज निर्यात समझौते के क्रियान्वयन को निलंबित करने के लिए आगे बढ़ेगा। इस समझौते की वजह से यूक्रेन से नौ करोड़ टन से अधिक अनाज का निर्यात हुआ है और वैश्विक खाद्य कीमतों में कमी आई है। मंत्रालय ने इस कदम के लिए रूस के काला सागर बेड़े के जहाजों पर शनिवार को कथित तौर पर यूक्रेन के ड्रोन हमले का हवाला दिया। हालांकि यूक्रेन ने इस हमले से इनकार किया है।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस द्वारा रूस और यूक्रेन से समझौते को नवीनीकृत करने का आग्रह करने के एक दिन बाद रूस ने यह घोषणा की है। गुतारेस ने अन्य देशों, मुख्य रूप से पश्चिमी देशों से रूस के अनाज और उर्वरक निर्यात को अवरुद्ध करने वाली बाधाओं को दूर करने में तेजी लाने का आग्रह किया है। गुतारेस ने जुलाई में संयुक्त राष्ट्र और तुर्की के प्रयास से किए गए समझौते को नवीनीकृत करने की जरूरत को रेखांकित किया था, जो 19 नवंबर को समाप्त हो रहा है।
गुतारेस ने समझौते को बताया था जरूरी
गुतारेस के प्रवक्ता ने कहा कि दुनिया भर में खाद्य सुरक्षा में योगदान करने के लिए और वैश्विक स्तर पर जीवन के संकट को कम करने के लिए यह जरूरी है। संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वसीली नेबेंजिया ने कहा कि रूस के समझौते के नवीनीकरण पर चर्चा करने से पहले उसे विश्व बाजार में अपने अनाज और उर्वरकों के निर्यात को देखने की जरूरत है, जो समझौते की शुरुआत के बाद से कभी नहीं हुआ।
आठ महीनों से जारी है यूक्रेन में जंग
बता दें रूस और यूक्रेन के बीच बीते आठ महीनों से जंग जारी है। जिसके चलते रूस पर पश्चिमी देशों ने तमाम तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे। जिसके बाद यूरोप ने न केवल पश्चिमी देशों को होने वाली गैस सप्लाई में कटौती कर दी बल्कि उसने यूक्रेन से दुनिया में निर्यात होने वाले अनाज को भी बंदरगाह पर रोक दिया था। जिससे दुनिया भर में खाने की कीमतें बढ़ गईं और खाद्य संकट उत्पन्न हो गया। इसी संकट को खत्म करने के लिए तुर्की और संयुक्त राष्ट्र की वजह से ये समझौता हुआ। लेकिन अब रूस ने इसे निलंबित करने की बात कही है।