Highlights
- कॉकर स्पैनियल नस्ल का कुत्ता तोहफे में दिया था
- महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के चार पालतू कुत्ते हैं
- शाही परिवार हमेशा से कुत्तों को पसंद करता रहा है
Queen Elizabeth II: ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन हो गया। इस खबर पूर ब्रिटेन में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके अंतिम संस्कार की प्रक्रिया चालू हो गई है इसी बीच उनके प्रिय पालतू कुत्तों की व्यवस्था को लेकर असमंजस बरकरार है कि अब वे किसके पास रहेंगे। महारानी का स्कॉटलैंड स्थित बाल्मोरल कैसल में बृहस्पतिवार को निधन हो गया। वह 96 वर्ष की थीं। मीडिया में आईं रिपोर्ट के मुताबिक, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के चार पालतू कुत्ते हैं, जिनमें से तीन के नाम म्यूइक, सैंडी, कैंडी हैं।
महारानी को कुत्तों से काफी था लगाव
राजकुमार एंड्रयू ने महारानी के पति फिलिप के 100वें जन्मदिवस के मौके पर उन्हें कॉकर स्पैनियल नस्ल का कुत्ता तोहफे में दिया था। महारानी के निधन के बाद उनके पालतू कुत्तों को किसके पास रखा जाएगा, इसे लेकर जारी असमंजस के बीच पत्रकार विक्टोरिया अरबिटर ने इंडिपेंडेंट अखबार से कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि इन पालतू कुत्तों के रहने की व्यवस्था के संबंध में अवश्य योजना बनाई गई होगी। उन्होंने कहा कि शाही परिवार हमेशा से कुत्तों को पसंद करता रहा है। बेशक इनकी मालिकन का इनके साथ गहरा लगाव रहा था। महारानी के सभी बच्चे इन पालतू कुत्तों को स्नेह के साथ स्वीकार करेंगे।
महारानी ने नहीं किया कभी खुलासा
ब्रिटेन की महारानी की संपत्ति के बारे में अकसर अनुमान लगाया जाता है लेकिन खुद महारानी की तरफ से इस बारे में कभी कुछ सार्वजनिक नहीं किया गया। लेकिन उनकी आय के आधार पर कुछ विशेषज्ञों ने इस संबंध में अपना अनुमान लगाया है। गुडटू नामक वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की अनुमानित कुल संपत्ति 365 मिलियन पाउंड यानी 33.36 अरब रुपए से अधिक थी। वहीं मीडिया रिपोर्टस के अनुसार 2020 में उनकी कुल संपत्ति से 15 मिलियन पाउंड से अधिक थी और इसमें उनकी निजी आय और सोवेरिन ग्रांट शामिल हैं।
फोर्ब्स के मुताबिक इतनी संपति
पूरे राजशाही परिवार की संपत्ति की बात करें तो फोर्ब्स मैग्जीन के अनुसार उनकी कुल संपत्ति 72.5 बिलियन पाउंड, यानी 6.631 अरब रुपए से अधिक है। महारानी के आय के प्रमुख स्रोतों के बारे में बात करें तो उन्हें सोवेरिन ग्रांट वार्षिक तौर पर सरकार से प्राप्त होती थी। जबकि बाकी दो स्रोत स्वतंत्र थे प्रिवी पर्स महारानी की निजी आय होती है, जिनमें करदाताओं का पैसा शामिल नहीं था।