Highlights
- पुतिन ने सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम को संबोधित किया
- अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक है यह सैन्य अभियान: पुतिन
- 'यूरोपीय संघ को झेलना पड़ेगा 400 अरब डॉलर का नुकसान'
Putin on Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन युद्ध से दुनियाभर में बेचैनी है। यह युद्ध कब खत्म होगा, यह कहने की स्थिति में कोई नहीं है। इसी बीच रूस के राष्टपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर परमाणु हमले को लेकर बड़ा बयान दिया है। पुतिन ने कहा है कि उनका देश परमाणु हमले की धमकी नहीं, बल्कि चेतावनी दे रहा है कि यदि जरूरत पड़ी या देश पर आंच आई तो रूस अपनी रक्षा के लिए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। पुतिन ने इस जंग और तीसरे विश्वयुद्ध की संभावनाओं के बीच पूछे गए सवालों पर कहा कि रूसी राष्ट्रपति ने कहा, यह सब बातें आखिर आती कहां से हैं? उन्होंने कहा कि कभी-कभी गैर-जिम्मेदार राजनेता कुछ इस तरह की बातें करते हैं, यहां तक कि उच्च पदस्थ राजनेता भी।
पुतिन ने कहा कि क्या हमें चुप रहना चाहिए? उन्होंने कहा कि जैसे ही कोई जवाब दिया जाता है, तो वे हमारे शब्दों को चुन लेते हैं और हम पर ही तोहमत लगाते हैं कि देखो, रूस धमकी दे रहा है। उन्होंने परमाणु हथियारों के बारे में इशारा करते हुए कहा कि सभी को पता होना चाहिए कि हमारे पास क्या (न्यूक्लिअर वीपन्स) है और हम अपने देश की रक्षा या संप्रभुता की रक्षा के लिए क्या उपयोग करेंगे, यह जगजाहिर है, सभी इस बात को जानते हैं।
अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक है यह सैन्य अभियान
यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर पुतिन ने यह दावा किया कि यह युद्ध नहीं है। बल्कि यह विशेष सैन्य अभियान है। यह अभियान पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय कानून का अनुपालन करता है। उक्रेइंस्का प्रावदा ने राष्ट्रपति के हवाले से कहा कि उन्होंने कोसोवो पर संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के फैसले को भी याद किया। उन्होंने कहा, जब एक क्षेत्र को एक स्टेट से अलग किया जाता है, तो केंद्रीय अधिकारियों से अनुमति मांगना आवश्यक नहीं है। उन्होंने उस मसले पर कहा, इस मामले में डोनबास गणराज्यों को कीव अधिकारियों से अनुमति मांगने की आवश्यकता नहीं थी। उन्होंने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की। इस संबंध में, क्या हमें उन्हें मान्यता देना का अधिकार था या नहीं? बेशक हमने किया।
'रूस पर प्रतिबंध लगाने वाले यूरोपीय संघ को खुद झेलना पड़ेगा 400 अरब डॉलर का नुकसान'
पुतिन ने इस बात को स्वीकार किया कि बेशक सैन्य कार्रवाई हमेशा ही एक त्रासदी ही रही है। लेकिन यूक्रेन का युद्ध एक आवश्यक उपाया था। यानी युद्ध के अलावा को चारा नहीं था। वहीं रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों पर पुतिन ने उन देशों की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे मूर्ख और विचारहीन है। बल्कि सच तो यह है कि प्रतिबंध उन लोगों के लिए जयदा हानिकारक हैं। क्योंकि रूस के खिलाफ प्रतिबंध से यूरोपीय संघ को 400 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हो सकता है। उन्होंने इन देशों में मुद्रास्फीति की दर बढ़ रही है, महंगाई बढ़ रही है। असल में, यूरोप में लोगों के जो वास्तविक हित हैं, उन्हें दरकिनार किया जा रहा है। (इनपुट: आईएएनएस)