लंदनः अगर पश्चिमी देश यूक्रेन को रूस पर हमला करने के लिए अपनी लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति देते हैंं तो व्लादिमीर पुतिन के पास जवाबी कार्रवाई करने के कई विकल्प हैं। इसमे परमाणु परीक्षण भी शामिल है। विशेषज्ञों का दावा है कि यूक्रेन द्वारा विदेशी मिसाइलों का इस्तेमाल करने के जवाब में रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है। इसके लिए वह पहले ही परीक्षण की तैयारी में हैं। इसके अलावा रूस के पास ब्रिटिश सैन्य संपत्ति या चरम सीमा पर हमला करने का भी विकल्प है।
जैसे-जैसे यूक्रेन पर पूर्व-पश्चिम तनाव एक नए और खतरनाक चरण में प्रवेश कर रहा है, तैसे तैसे ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन वाशिंगटन में इस मुद्दे पर बातचीत कर रहे हैं कि क्या कीव को रूसी लक्ष्यों को साधने के लिए लंबी दूरी की अमेरिकी एटीएसीएमएस या ब्रिटिश स्टॉर्म शैडो मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति दी जाए? अमेरिका और ब्रिटेन के इन प्रयासों के बीच राष्ट्रपति पुतिन ने गुरुवार को अब तक की अपनी सबसे स्पष्ट चेतावनी दी थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर पश्चिम इस तरह के कदम के साथ आगे बढ़ता है तो इससे संघर्ष की प्रकृति बदल जाएगी। क्योंकि तब वह सीधे रूस से जंग लड़ेंगे।
अमेरिका-ब्रिटेन को को उचित प्रतिक्रिया देगा रूस
यूक्रेन को रूस के खिलाफ विदेशी मिसाइलों के इस्तेमाल की अनुमति मिलने की स्थिति में रूस भी अमेरिका और ब्रिटेन को "उचित" प्रतिक्रिया देने के चेतावनी दी है। हालांकि जून में उन्होंने पश्चिमी लक्ष्यों पर हमला करने के लिए विदेशों में पश्चिम के दुश्मनों को रूसी हथियारों से लैस करने और साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका व उसके यूरोपीय सहयोगियों के बीच वाले स्थानों पर पारंपरिक मिसाइलों को तैनात करने के विकल्प के बारे में बात की थी। हैम्बर्ग में इंस्टीट्यूट फॉर पीस रिसर्च एंड सिक्योरिटी पॉलिसी के हथियार विशेषज्ञ उलरिच कुहेन ने कहा कि उन्होंने इस बात से इंकार नहीं किया है कि पुतिन किसी प्रकार का परमाणु संदेश भेजने का विकल्प चुन रहे हैं - उदाहरण के लिए पश्चिम को डराने के प्रयास में परमाणु हथियार का परीक्षण करना। उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, "यह संघर्ष के नाटकीय रूप से बढ़ना होगा।"
रूस ने 1990 के बाद नहीं किया कोई परमाणु परीक्षण
कुहेन ने कहा कि वियत संघ के पतन से एक साल पहले यानि 1990 के बाद से रूस ने कोई परमाणु हथियार का परीक्षण नहीं किया है। ऐसे में एक परमाणु विस्फोट अधिक खतरनाक युग की शुरुआत का संकेत होगा। यूक्रेन के लिए नाटो समर्थन बढ़ाने पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे होने पर पुतिन महसूस कर सकते हैं कि उन्हें कमजोर माना जा रहा है, तब वह परमाणु परीक्षण जैसा खतरनाक कदम उठा सकते हैं। उन्होंने कहा, तब यह "परमाणु परीक्षण नया होगा। मैं इसे खारिज नहीं करूंगा और यह रूस द्वारा पिछले कुछ वर्षों के दौरान कई अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्थाओं को ध्वस्त करने के अनुरूप होगा, जिन पर उसने दशकों से हस्ताक्षर किए हैं।" (रायटर्स)