लंदन: रूस में राष्ट्रपति पुतिन के धुर विरोधी रहे एलेक्सी नवलनी की भले ही मौत हो चुकी है, लेकिन उनका एंटी क्रियाक्लाप अब भी जारी है। यह देखकर रूस की सुरक्षा एजेंसियां भी हैरान हैं। इस मामले में अब रूस की सरकार ने विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी द्वारा स्थापित एक समूह के लिए काम करने के आरोप में दो पत्रकारों को गिरफ्तार कर लिया है। रूसी अदालतों ने जांच पूरी होने एवं मुकदमा चलने तक उन्हें हिरासत में रखने का शनिवार को आदेश दिया है।
बता दें कि रूस के विपक्षी नेता नवलनी की फरवरी में मौत हो गई थी। इन पत्रकारों को ‘‘अतिवाद’’ के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। हालांकि गिरफ्तार किए गए पत्रकार कॉन्स्टेंटिन गैबोव और सर्गेई कार्लिन दोनों ने इन आरोपों से इनकार किया है। दोनों को मामले में कोई सुनवाई शुरू होने से पहले कम से कम दो महीने तक हिरासत में रखा जाएगा। रूसी अदालतों के अनुसार ‘‘चरमपंथी संगठन में भागीदारी’’ के आरोप साबित होने पर उन्हें कम से कम दो साल और अधिकतम छह साल कारावास की सजा हो सकी है।
सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर पुतिन कसवा रहे शिकंजा
रूस में सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों और स्वतंत्र मीडिया पर सरकारी कार्रवाई पिछले कुछ वक्त में तेज हुई है और इन कार्रवाई में यूक्रेन पर रूस के हमला करने के बाद से और तेजी आई है। इसी क्रम में इन पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया है। गैबोव और कार्लिन पर नवलनी के ‘फाउंडेशन फॉर फाइटिंग करप्शन’ द्वारा चलाए जा रहे एक यूट्यूब चैनल के लिए कार्यक्रम तैयार करने का आरोप है। इस चैनल को रूसी अधिकारियों ने गैरकानूनी घोषित कर दिया है। अदालत की प्रेस सेवा ने बताया कि गैबोव को मॉस्को में हिरासत में लिया गया।
गैबोव रॉयटर्स सहित कई संगठनों के लिए काम कर चुके हैं। इजराइल और रूस की दोहरी नागरिकता वाले कार्लिन को शुक्रवार रात रूस के उत्तरी मरमंस्क क्षेत्र से हिरासत में लिया गया। कार्लिन (41) ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ सहित कई प्रतिष्ठानों के लिए काम किया है। (एपी)
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