एथेंस: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध ने यूरोप के कई देशों में महंगाई की समस्या को विकराल बना दिया है। ऐसा नहीं है कि इन देशों में महंगाई सिर्फ इन दोनों देशों के बीच चल रही जंग की वजह से है, लेकिन इतना जरूर है कि यह एक बड़े कारण के तौर पर सामने आया है। यूरोप के कई देशों में जनता बुरी तरह परेशान है और अब सड़कों पर उतरने लगी है। ग्रीस की राजधानी एथेंस और उत्तर में स्थित शहर थेसालोनिकी में बुधवार को हजारों लोगों ने बढ़ती महंगाई के खिलाफ सड़कों पर उतरकर गुस्सा जताया।
24 घंटे की हड़ताल से जनजीवन प्रभावित
आम जनता के अलावा प्राइवेट सेक्टर के कुछ कर्मियों ने महंगाई के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए 24 घंटे की हड़ताल में हिस्सा लिया और काम का बहिष्कार किया। हड़ताल की वजह से देशभर में सेवाएं प्रभावित हुईं और सरकारी स्कूलों के बंद रहने के साथ ही अस्पतालों में भी कम संख्या में कर्मचारी काम पर पहुंचे। हड़ताल के कारण पब्लिक ट्रांसपोर्ट लगभग ठप सा रहा। एथेंस और ग्रीस के दूसरे सबसे बड़े शहर थेसालोनिकी में सड़कों पर मार्च निकाल रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई लेकिन किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
बढ़ती महंगाई से जनता में भारी नाराजगी
बता दें कि यूरोप के कई देशों में बढ़ती महंगाई के खिलाफ पिछले कुछ महीनों में जनता में भारी नराजगी देखने को मिली है। यही वजह है कि लोग अब धीरे-धीरे सड़कों पर उतरने लगे हैं और कई देशों में हड़तालों और प्रदर्शन के मामले सामने आए हैं। रूस-यूक्रेन में जंग के तेज होने के चलते ऊर्जा और खाद्य पदार्थों के दामों में इजाफा होने पर स्वास्थ्य सेवाओं, रेलवे और अन्य क्षेत्रों में कार्यरत कर्मियों ने बढ़ती महंगाई के हिसाब से भत्तों में वृद्धि करने की मांग उठायी है।
वेतन और भत्ते बढ़ाने की मांग कर रहे मजदूर
इस बीच, बेल्जियम में भी बढ़ती महंगाई के खिलाफ श्रमिकों ने बुधवार को हड़ताल की। प्रदर्शनकारियों ने सुपरमार्केट और शॉपिंग केंद्रों के बाहर घेराव किया, जिससे इन जगहों पर व्यवसाय प्रभावित हुआ। प्रमुख मजदूर संघ लगातार वेतन और भत्तों में इजाफा करने की मांग कर रहे हैं, जिसके चलते सड़क एवं रेल परिवहन सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं जबकि ब्रसेल्स एयरपोर्ट पर 60 फीसदी उड़ानें रद्द हुई हैं।