लंदन: ब्रिटेन के प्रिंस हैरी ने दावा किया है कि उन्होंने अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ जारी जंग के दौरान 25 लड़ाकों को मौत के घाट उतारा था। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में अपनी दूसरी तैनाती के दौरान अपाचे हेलीकॉप्टर के पायलट के तौर पर उन्होंने तालिबान के लड़ाकों को मौत की नींद सुलाया था। 'ड्यूक ऑफ ससेक्स' प्रिंस हैरी ने अपनी आत्मकथा ‘स्पेयर’ में यह दावा किया है जिसके बाद हलचल मच गई है। उनकी यह आत्मकथा अगले हफ्ते छपने वाली थी लेकिन पहले ही लीक हो गई।
‘मैंने उन्हें शतरंज के मोहरों की तरह खेल से बाहर किया’
प्रिंस हैरी ने कहा कि वह कुल मिलाकर 6 मिशंस का हिस्सा थे और उन्होंने जो किया उस पर उन्हें कोई शर्मिंदगी या पछतावा नहीं है। उन्होंने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि जंग के दौरान मैंने तालिबान के उन 25 लड़ाकों को इंसान नहीं बल्कि शतरंज के मोहरों की तरह समझा और एक-एक कर उन्हें खेल से बाहर करता गया। 38 साल के प्रिंस हैरी ने पहली बार इस बात का खुलासा किया है कि उन्होंने अफगानिस्तान में बतौर सैनिक अपनी तैनाती के दौरान तालिबान के कितने लड़ाकों की जान ली थी।
अफगानिस्तान में 10 साल तैनात रहे थे प्रिंस हैरी
बता दें कि प्रिंस हैरी के इन दावों की आलोचना भी शुरू हो गई है। दरअसल, आमतौर पर सैनिक इस तरह की बातें नहीं करते कि उन्होंने जंग में कितने लोगों को मारा है। दूसरे, यह खुद प्रिंस हैरी की सुरक्षा के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है। प्रिंस हैरी ने आर्मी में 10 साल तक सेवाएं दी थीं और कैप्टन की रैंक तक पहुंचे थे। अफगानिस्तान में उनकी तैनाती 2 बार हुई थी। हैरी ने अपनी आत्मकथा को अपनी दिवंगत मां प्रिंसेज डायना, अपनी पत्नी और बच्चों को समर्पित किया है।