रोम: पोप फ्रांसिस ने इटली के लोगों से ज्यादा बच्चों को जन्म देने का आग्रह किया है। पोप ने लोगों को आगाह किया कि देश का जनसांख्यिकीय संकट भविष्य के लिए खतरा है। पोप ने परिवारों की मदद के लिए दीर्घकालिक नीतियां बनाने की भी मांग की। उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जन्म की संख्या लोगों की उम्मीदों को दर्शाती है। बच्चों और युवाओं के बिना एक देश की भविष्य के प्रति कोई आकांक्षा नहीं रह जाती।’’
सरकार ने शुरू किया अभियान
इटली में जन्म दर पहले ही काफी कम है और यह 15 वर्षों से लगातार गिर रही है। यह पिछले साल रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई। देश में पिछले वर्ष 3,79,000 शिशुओं का जन्म हुआ। वैटिकन के मजबूत समर्थन से इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की सरकार ने 2033 तक सालाना कम से कम 5,00,000 शिशुओं के जन्म को प्रोत्साहित करने के लिए अभियान शुरू किया है।
सामने आई चौंकाने वाली बात
बीते साल इटली सरकार की ओर से जारी एक रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात सामने आई थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि इटली 15 से 49 साल की औरतों की कमी से जूझ रहा है। जिसका मतलब है कि इस देश में प्रजनन की उम्र वाली महिलाओं की कमी हो गई है, जिसकी वजह से ये समस्या खड़ी हुई है।
गंभीर है समस्या
मामले की गंभीरता को इस बात से समझा जा सकता है कि इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने इसे नेशनल इमरजेंसी तक बता दिया था और यह चुनावी मुद्दा भी बना था। अब जब पोप फ्रांसिस ने इटली के लोगों से अधिक बच्चे पैदा करने का आग्रह किया है तो यह कितनी गंभीर समस्या है, इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। (एपी)
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