
रोम: पोप फ्रांसिस की सेहत को लेकर वेटिकन की ओर से जानकारी दी गई है। वेटिकन ने बताया है कि डबल निमोनिया से पीड़ित पोप फ्रांसिस की सेहत में हल्का सुधार हुआ है, लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि उनकी स्थिति अब भी पूरी तरह स्थिर नहीं है। सीटी स्कैन में संक्रमण के उपचार की सामान्य प्रगति दिखी जबकि रक्त परीक्षणों से भी सुधार की पुष्टि हुई है।
कम हुई गुर्दे की समस्या
सीटी स्कैन मंगलवार को किया गया था। पोप की गुर्दे की समस्या अब कम हो गई है और उनकी सांस संबंधी फिजियोथेरेपी की जा रही है। यह पहली बार है जब वेटिकन ने पुष्टि की है कि पोप को फेफड़ों से द्रव निकालने में मदद के लिए फिजियोथेरेपी दी जा रही है।
पोप के लिए लोगों ने की प्रार्थना
हाल ही में पोप फ्रांसिस के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हजारों लोग सेंट पीटर स्क्वायर में एकत्र हुए थे और उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना की था। फेफड़े के जटिल संक्रमण से पीड़ित 88 वर्षीय पोप फ्रांसिस 13 दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं। वेटिकन में दूसरे नंबर की हैसियत रखने वाले कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन ने 45 मिनट तक चली प्रार्थना का नेतृत्व किया था।
‘सेप्सिस’ है बड़ा खतरा
इससे पहले चिकित्सकों ने चेतावनी दी थी कि पोप फ्रांसिस के सामने मुख्य खतरा ‘सेप्सिस’ है, जो रक्त का एक गंभीर संक्रमण है। वेटिकन की ओर से उपलब्ध कराई गई अब तक की चिकित्सा जानकारी में ‘सेप्सिस’ की शुरुआत का कोई जिक्र नहीं किया गया है। (भाषा)
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