Highlights
- पीएम मोदी ने G7 में बाइडेन, मैक्रों और जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की
- मोदी और मैक्रों ने श्लोस एल्माउ में G7 सम्मेलन से इतर चाय पर चर्चा की
- G7 के सदस्य देशों के नेताओं के सम्मेलन स्थल की ओर जाने के बाद दोनों नेता बातचीत करते रहे
PM Modi in Germany: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी7 समूह के शिखर सम्मेलन (G7 Summit) में भाग लेने के लिए रविवार से दो दिन की यात्रा पर जर्मनी में हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने चाय पर विभिन्न द्विपक्षीय और वैश्विक विषयों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने श्लोस एल्माउ में जी7 सम्मेलन से इतर चाय पर चर्चा की। इससे पहले मोदी और मैक्रों ने सामूहिक फोटो खिंचने के बाद एक दूसरे को गले लगाया और चर्चा की।
जी7 के सदस्य देशों के नेताओं के सम्मेलन स्थल की ओर जाने के बाद दोनों नेता बातचीत करते रहे और साथ में सम्मेलन स्थल की ओर गए। जी7 कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, अमेरिका और ब्रिटेन का अंतर-सरकारी राजनीतिक समूह है। सम्मेलन के मेजबान देश जर्मनी ने भारत के अलावा अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका को सम्मेलन में अतिथि देशों के तौर पर आमंत्रित किया है। मोदी जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज के निमंत्रण पर दक्षिण जर्मनी के श्लोस एल्माउ में आयोजित जी7 सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।
मोदी-बाइडेन मुलाकात के वीडियो की जमकर चर्चा
वहीं, आपको बता दें कि मोदी की इस यात्रा के दौरान भारत के बढ़ते कद का एक शानदार नजारा भी देखने को मिला। एक वीडियो सामने आया है कि जिसमें देखा जा सकता है कि ग्रुप फोटो से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद चलकर पीएम मोदी के पास आते हैं और उनका अभिवादन करते हैं। इस दौरान पीएम मोदी भी उनसे गर्मजोशी से मिलते हैं। बता दें कि जिस अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात करने के लिए दुनियाभर के मुल्कों के राष्ट्राध्यक्ष महीनों का इंतजार करते हैं, वे पीएम मोदी से हाथ मिलाने खुद दौड़े आएं।
वीडियो में दिख रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से बात कर रहे थे, इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन उनसे मिलने के लिए खुद चलकर आए। उन्होंने पीएम मोदी के कंधे पर पीछे से हाथ रखकर अपनी मौजूदगी का अहसास कराया, जिसके बाद दोनों नेताओं ने हाथ मिलाकर गर्मजोशी से एक दूसरे का अभिवादन किया। मोदी-बाइडेन मुलाकात के इस वीडियो की जमकर चर्चा हो रही है। लोगों का मानना है कि यह भारत के बढ़ते वैश्विक कद का प्रतीक है।
भारत की कूटनीति का कायल है अमेरिका
भारत ने रूस-यूक्रेन संकट, कोविड महामारी और दूसरे मसलों में जैसी कूटनीति की है, उसका अमेरिका भी कायल है। यही कारण है कि जो बाइडेन पीएम मोदी को इतना महत्व देते नजर आ रहे हैं। यूक्रेन पर रूस के हमले के दौरान जब पूरी दुनिया अलग-अलग ध्रुवों की तरफ खुलकर आ रही थी, उस दौरान भारत ने संतुलन को बनाए रखा। भारत ने अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद रूस से भारी मात्रा में तेल आयात किया और अमेरिका को भी इससे कोई परेशानी नहीं हुई।