कीवः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच देर तक रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर वार्ता होती रही। यह बात विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताई। उन्होंने बताया कि यूक्रेनी पक्ष वैश्विक शांति शिखर सम्मेलन में भारत की निरंतर भागीदारी चाहता है। पीएम मोदी ने नवोन्वेषी समाधान विकसित करने के लिए सभी हितधारकों के बीच व्यावहारिक जुड़ाव का आह्वान किया, जो शांति में योगदान देगा। भारत ने इस दौरान यूक्रेन के साथ 4 अहम समझौते करने के साथ ही यूक्रेन को चिकित्सा सहायता के लिए भीष्म क्यूब सौंपा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कीव में यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की को यह सहायता प्रदान की। इसमें युद्ध पीड़ितों के इलाज और ऑपरेशन से जुड़ी दवाइयों समेत तमाम सारे चिकित्सीय उपकरण हैं। जेलेंस्की ने इसके लिए पीएम मोदी का आभार जताया। विदेश मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अपनी चर्चा के बारे में भी जेलेंस्की से बात की। दोनों नेताओं के बीच वार्ता का ज्यादातर अंश रूस-यूक्रेन युद्ध पर ही आधारित रहा।
भारत ने रूस-यूक्रेन को आपस में बातचीत करने का प्रस्ताव दिया
रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति लाने के प्रयासों के तहत भारत ने दोनों देशों को आपस में बातचीत करने का प्रस्ताव पेश किया है। पीएम मोदी और जेलेंस्की के बीच देर तक चली वार्ता के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर कहा कि भारत का मानना है कि दोनों पक्षों को समाधान खोजने के लिए एक-दूसरे के साथ बातचीत करनी चाहिए।