कीवः रूसी जमीन पर यूक्रेनी सेना के कब्जे के बाद जितना खलबली क्रेमलिन के खेमे में है, उससे कहीं ज्यादा कीव में भी है। यूक्रेन को पता है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन इसके बदले कीव पर भीषण पलटवार जरूर करेंगे। ऐसे में पूर्वी यूक्रेन के शहर पोक्रोवस्क के सैन्य अधिकारियों ने शुक्रवार को नागरिकों से आग्रह किया कि वे क्षेत्र को खाली करने के कार्य में तेजी लाएं, क्योंकि रूसी सेना तेजी से उस स्थान पर पहुंच रही है, जो महीनों से युद्ध में मॉस्को का प्रमुख लक्ष्य रहा है। इससे पहले भी यूक्रेन के कई इलाकों को पलटवार की आशंंका के मध्य खाली कराया जा चुका है।
लोगों से यथाशीघ्र बाहर निकलने का आह्वान ऐसे समय में किया गया है, जब यूक्रेन की सेना सीमा पार कर कुर्स्क क्षेत्र में साहसिक घुसपैठ करके रूस की सेना का ध्यान उसकी (रूस की) भूमि की ओर केन्द्रित करने का प्रयास कर रही है। क्षेत्र को खाली करने की हड़बड़ी यह भी दर्शाती है कि यूक्रेन ने रूस पर हमला करके युद्ध को आगे बढ़ाने के लिए बहुत बड़ा जोखिम उठाया है। यूक्रेन ने कुर्स्क क्षेत्र में हमले की शुरुआत छह अगस्त को की थी। यह हमला ढाई साल से चल रहे संघर्ष की गतिशीलता को बदलने का एक साहसिक प्रयास था, लेकिन यह यूक्रेन की कमजोर रक्षापंक्ति के रूसी हमले के दबाव को झेलने पर निर्भर करेगी।
रूसी सैनिकों के पलटवार की आशंका से घबराया यूक्रेन
रूसी सेना को वसंत ऋतु के बाद से ही पूर्वी यूक्रेन के डोनेत्स्क इलाके में युद्धक्षेत्र में गति और बेहतर ताकत प्राप्त हो गई है। हाल के हफ्तों में पोक्रोवस्क के आसपास डोनेत्स्क क्षेत्र को (नागरिकों को बाहर निकाल) खाली कराना जरूरी हो गया है। पोक्रोवस्क के अधिकारियों ने शुक्रवार को एक ‘टेलीग्राम’ पोस्ट में कहा कि रूसी सैनिक “तेज़ गति से आगे बढ़ रहे हैं। हर गुजरते दिन के साथ निजी सामान इकट्ठा करने और सुरक्षित क्षेत्रों के लिए निकलने का समय कम होता जा रहा है”। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बृहस्पतिवार को चेतावनी दी थी कि पोक्रोवस्क और डोनेत्स्क क्षेत्र के अन्य निकटवर्ती शहर “सबसे तीव्र रूसी हमलों का सामना कर रहे हैं”। (एपी)
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