भारतीय रुपये की धमक अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगातार बढ़ती जा रही है। श्रीलंका, मॉरीशस, भूटान, नेपाल, यूएई और कनाडा जैसे देशों के बाद अब ग्रीस में भी यूपीआई से पेमेंट करना संभव हो गया है। पीएम मोदी और ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस के बीच वार्तालाप के बाद इस पर सहमति के बाद दोनों देशों के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर भी हो गया है। भारत के UPI पेमेंट को स्वीकार करने वाला ग्रीस पहला यूरोपीय देश बन गया है। एनआईपीएल ने भारत में विदेशी आवक प्रेषण की सुविधा के लिए ग्रीस के यूरोबैंक के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस समझौते के तहत, दोनों पक्ष अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में फंड निपटान, सुलह और विवाद समाधान का प्रबंधन करने के लिए यूपीआई पेमेंट का इस्तेमाल करेंगे। यह साझेदारी ग्रीस में रहने वाले भारतीय प्रवासियों को यूपीआई रेल के माध्यम से भारत में सीमा पार से भुगतान आसानी से करने में सक्षम बनाएगी। बता दें कि ग्रीस के अलावा, श्रीलंका, मॉरीशस, भूटान, नेपाल, यूएई और कनाडा जैसे देश पहले ही अपने देशों में यूपीआई प्रणाली को अपना चुके हैं। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) की अंतरराष्ट्रीय शाखा, एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) ने यूपीआई के माध्यम से भारत में सीमा पार से भुगतान की सुविधा के लिए ग्रीस स्थित यूरोबैंक के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
सीमा पार प्रवासियों की मुश्किलें होंगी आसान
भारत और ग्रीस के बीच हुए इस समझौते से सीमा पर रहने वाले प्रवासी भारतीयों की मुश्किलें आसान हो जाएंगी। भारतीय भुगतान निकाय ने अपने एक बयान में कहा कि समझौता विशेष रूप से ग्रीस से भारत में विदेशी आवक प्रेषण को सुव्यवस्थित करने पर केंद्रित होगा। नई दिल्ली में ग्रीस के दूतावास में एक कार्यक्रम के दौरान समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इसमें एनआईपीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रितेश शुक्ला, यूरोबैंक के सीईओ फोकियन करावियास और अन्य यूनानी नेताओं ने भाग लिया। समझौते के तहत, दोनों पक्ष भारत में धन प्रेषण को सक्षम करने के लिए एक-दूसरे के संपर्क बिंदु के रूप में काम करेंगे। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत-ग्रीस के बीच हुए इस समझौते को एक्स पर शेयर किया है।
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