Vladimir Putin House Novo-Ogaryovo: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा कई मायनों में खास रही है। दोनों देशों के बीच व्यापार, आर्थिक संबंधों को मजबूत करने जैसे तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान पीएम मोदी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने उनके निजी घर भी गए। पुतिन के घर का नाम नोवो-ओगारियोवो है और यह कई मायनों में शानदार और ऐतिहासिक है। इसी घर में पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने डिनर भी किया। इस दौरान पुतिन के शानदार घर की तस्वीरें भी सामने आईं जिन्हें पूरी दुनिया ने देखा। नोवो-ओगारियोवो को सिर्फ एक घर नहीं कहा जा सकता यह अपने आप में आधुनिक सुविधाओं से लैस किला है। तो चलिए आपको पुतिन के इस लग्जरी घर के बारे में बताते हैं।
कौन जा चुका है नोवो-ओगारियोवो
सबसे पहले यह जान लीजिए कि पीएम नरेंद्र मोदी से पहले भी पुतिन दुनिया के दूसरे नेताओं को भी अपने घर नोवो-ओगारियोवो में आमंत्रित कर चुके हैं। 2002 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश और उनकी पत्नी लॉरा ने पुतिन से इसी घर में मुलाकात की थी। इसके बाद वो 2005 में भी इस घर में मेहमान बनकर आए थे। इसी तरह 2009 में बराक ओबामा भी पुतिन से मिलने इसी घर में आए थे।
कब बना नोवो-ओगारियोवो
नोवो-ओगारियोवो अपने आप में ऐतिहासिक है। सोवियत काल के दौरान यह एक गेस्ट हाउस था। यहां पर विदेशी मेहमान रहते थे। इस भवन को 19वीं शताब्दी में किंग अलेक्जेंडर तृतीय के भाई ग्रैंड ड्यूक सर्गेई एलेक्जेंड्रोविच के आदेश पर बनाया गया था। शुरू से यह घर राजसी ठाठ-बाट का पहचान था लेकिन बाद में वक्त से साथ यहां मेहमान आने लगे और अब यह राष्ट्रपति पुतिन का घर है।
पुतिन को मिला गिफ्ट
नोवो-ओगारियोवो मॉस्को से सिर्फ 30 मिनट की दूरी पर है। व्लादिमीर पुतिन जब पहली बार रूस के राष्ट्रपति बने थे तो उसके बाद साल 2000 में नोवो-ओगारियोवो उनका आधिकारिक आवास बना था। इसके बाद साल 2008 में जब उनका दूसरा कार्यकाल खत्म हुआ तो उन्हें यह आवास गिफ्ट कर दिया गया था। इसके बाद से ही पुतिन यहां रहते हैं। यह घर मॉस्को के शोर-शराबे से दूर है और अक्सर पुतिन यहीं से अपने ऑफिस का काम भी करते हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का घर नोवो-ओगारियोवो बेहद सुरक्षित है। इसकी सुरक्षा के लिए खास इंतजाम भी किए गए हैं। इस घर के चारों तरफ छह मीटर ऊंची दीवार बनाई गई है। यहां 24 घंटे 43 छोटे प्लेन तैनात रहते हैं। इन प्लेन में 300 से ज्यादा लोग यात्रा कर सकते हैं। इसके अलावा यहां 15 स्पेशल हेलीकॉप्टर भी हमेशा मौजूद रहते हैं। इनमें से हर एक हेलीकॉप्टर की कीमत 8 हजार करोड़ से भी ज्यादा है। यहां एक प्राइवेट रेलवे स्टेशन भी है। यहां सुरक्षा के लिए ऊंची बाड़बंदी की गई है साथ ही निगरानी के लिए हर 10 मीटर पर CCTV कैमरे लगे हैं।
सिर्फ मरम्मत में लगते हैं इतने हजार करोड़
नोवो-ओगारियोवो की नई इमारत को 1950 के दशक में बनाया गया। नई बिल्डिंग को सोवियत यूनियन के प्रीमियर रहे जॉर्जी मैलेनकोव के आदेश पर बनाया गया था। इस घर की कीमत का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि सिर्फ इसकी मरम्मत के लिए 4 हजार करोड़ रुपए लगते हैं। यह दावा पुतिन के कट्टर दुश्मन रहे एलेक्सी नवलनी ने किया था।
बेमिसाल है यहां की खूबसूरती
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आवास नोवो-ओगारियोवो में साल 2022 में हेलीकॉप्टरों की लैंडिंग के लिए हैलीपैड, एक गेस्ट हाउस, एक स्विमिंग पूल और एक ओपन-एयर थिएटर बनाया गया था। इसके आस-पास एक का इलाका जंगल और नदियों से घिरा हुआ है। इसके अलावा यहां एक बड़ा सा मैदान भी है। नोवो-ओगारियोवो में पुतिन के लिए स्पेशल स्पोर्ट्स और हेल्थ कॉम्प्लेक्स भी हैं। यहां निजी अस्पताल के साथ-साथ छह मंजिला रिसेप्शन बिल्डिंग और स्केटिंग के लिए एक आइस रिंक भी है।
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