New China Virus : चीन में पहले कोविड 19 वायरस से कोरोना महामारी की शुरुआत हुई थी, जो दुनियाभर के देशों के लिए जानलेवा महामारी बन गया था। अब एक बार फिर चीनी वायरस हाल ही में आइडेंटिफाई हुआ था, जो अब यूरोप तक पहुंच गया है। इससे यूरोप के लोगों में दहशत है। इस नए चीनी वायरस में निमोनिया जैसे लक्षण पाए जाते हैं। यह निमोनिया बच्चों पर टारगेट करता है। जानिए इस नए चीनी वायरस के बारे में विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं। ब्रिटिश वैज्ञानिकों के अनुसार इस नए चीनी वायरस से कई जगह अस्पतालों में बीमार बच्चों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है।
निमोनिया जैसे दिखते हैं लक्षण, वायरस का बच्चों पर टारगेट
चीन में हाल के समय में एक और चीनी वायरस अस्तित्व में आया है। इस नए चीनी वायरस के कारण बड़ी संख्या में बच्चे बीमार हो रहे हैं। चीन में बच्चों को बीमार करने के बाद निमोनिया के लक्षणों वाले नए वायरस ने यूरोप में भी दस्तक दी है। इस बीच यूके मेडिकल साइंस और चेस्टर मेडिकल स्कूल के प्रोग्राम लीड डॉक्टर गैरेथ नी ने कहा, यह स्थिति कोविड-19 जैसी कोई नई बीमारी नहीं है बल्कि, यह एक और कोविड वायरस हो सकता है। ब्रिटिश वैज्ञानिक के अनुसार, इस वायरस के चलते अस्पमताल में बीमार बच्चों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है, हालांकि इस बीमारी से फिलहाल घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
यूरोप के इन देशों में फैला नया चीनी वायरस
चीन के बाद यूरोप में पहुंचा यह नया चीनी वायरस ब्रिटेन के साथ ही डेनमार्क, नीदरलैंड तक पहुंच गया है। इसके चलते डेनमार्क और नीदरलैंड में बच्चों में निमोनिया जैसे लक्षण देखे गए हैं। इंफेक्शन डिजीज न्यूज ब्लॉग एवियन फ्लू डायरी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, माइक्रोप्लाज्मा निमोनिया संक्रमण महामारी के स्तर तक पहुंच गया है।
वुहान लैब से ही फैला था कोरोना वायरस
इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के एक पूर्व सहयोगी ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना का संक्रमण चीन की वुहान लैब से ही फैला था। राष्ट्रपति जो बाइडन के पूर्व विशेष सहायक डॉ. राज पंजाबी ने दावा किया है कि चीन की वुहान लैब से ही कोविड का संक्रमण निकला था। बता दें कि बाइडन ने मई 2020 में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ऐसे ही बयान की आलोचना की थी।