
Adolf Hitler Grave: अडोल्फ हिटलर जर्मनी का क्रूर तानाशाह और द्वितीय विश्व युद्ध का मुख्य किरदार था। हिटलर की कब्र को लेकर कई रहस्य और अफवाहें प्रचलित हैं। इतिहासकारों और शोधकर्ताओं के अनुसार, हिटलर ने 30 अप्रैल 1945 को बर्लिन स्थित अपने बंकर में आत्महत्या कर ली थी। उसके शव को तत्कालीन परिस्थितियों को देखते हुए जला दिया गया था, जिससे उसकी कब्र या अंतिम अवशेषों को लेकर संशय बना हुआ है।
हिटलर की मौत और उसके अवशेषों का रहस्य
जब सोवियत सेना ने बर्लिन पर कब्जा किया, तो उन्हें हिटलर और उसकी पत्नी ईवा ब्राउन के जले हुए शव मिले। इन अवशेषों को गुप्त रूप से जांच के लिए रूस भेज दिया गया। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, सोवियत खुफिया एजेंसी (KGB) ने हिटलर के अवशेषों को कई वर्षों तक सुरक्षित रखा और बाद में उन्हें नष्ट कर दिया।
क्या हिटलर की कोई कब्र है?
आज, आधिकारिक तौर पर हिटलर की कोई कब्र नहीं है। उसके शव को जलाने के बाद जो भी अवशेष बचे थे, उन्हें सोवियत संघ ने 1970 में नष्ट कर दिया और एक नदी में फेंक दिया। इसलिए, हिटलर की कोई विशिष्ट समाधि या कब्र नहीं है जहां लोग जा सकें। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि हिटलर को बर्लिन में ऐसी जगह दफनाया गया था, जहां एक साधारण पार्किंग स्थल है। हालांकि, हिटलर की मृत्यु को लेकर विवाद भी है। कुछ लोगों का मानना है कि वह दक्षिण अमेरिका भाग गया था, लेकिन इसकी कोई ठोस ऐतिहासिक पुष्टि नहीं है।
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