लंदन का ऐतिहासिक ब्रिटिश म्यूजियम में सैकड़ों वर्षों का इतिहास संरक्षित किया गया है। मगर अब इस म्यूजियम से कई बहुमूल्य ऐतिहासिक वस्तुएं चोरी हो जाने से ब्रिटेन में खलबली मच गई है। यह म्यूजियम लंदन में पर्यटकों के आकर्षण के प्रमुख केंद्रों में से एक है। इस ‘ब्रिटिश म्यूजियम’ के एक भंडार कक्ष से कई बहुमूल्य वस्तुओं की चोरी के बाद एक कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया है और कानूनी कार्रवाई करने का भी फैसला किया है। इसके संग्रहालय में प्रदर्शनी के लिए रखी हजारों कीमती कलाकृतियां लोगों को आकर्षित करती हैं। यह मशहूर सार्वजनिक संग्रहालय मानव इतिहास को समर्पित है, जिसमें कई प्राचीन भारतीय कलाकृतियां हैं और एक दीर्घा ‘इंडिया: अमरावती’ की मूर्तियों को समर्पित है।
संग्रहालय ने बुधवार को कहा कि इस साल की शुरुआत में संग्रह से वस्तुओं के लापता, चोरी या क्षतिग्रस्त पाए जाने के बाद उसने अपने स्तर पर सुरक्षा की समीक्षा शुरू की। मेट्रोपॉलिटन पुलिस की आर्थिक अपराध कमान मामले में जांच कर रही है। ब्रिटिश म्यूजियम के अध्यक्ष जॉर्ज ओसबोर्न ने कहा, ‘‘हमने पुलिस से मदद मांगी है, सुरक्षा बढ़ाने के लिए आपात कदम उठाए हैं, जो भी हुआ और घटना से सीख लेने के लिए अपने स्तर पर समीक्षा शुरू की है और हम इसके लिए जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ सभी अनुशासनात्मक कार्रवाई करेंगे।’’ ब्रिटेन के राजकोष के पूर्व चांसलर ने संग्रहालय की तीन प्राथमिकताएं बताईं: चोरी हुई वस्तुओं की पुन: प्राप्ति, यह पता लगाना कि इसे रोकने के लिए क्या किया जा सकता है और संग्रह रिकॉर्ड में वस्तुओं की सुरक्षा के लिए ‘‘हरसंभव’’ प्रयास किया जाए तथा यह सुनिश्चित करना कि ऐसा दोबारा न हो। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे ब्रिटिश म्यूजियम को पसंद करने वाले सभी लोगों के लिए यह खराब दिन है। लेकिन हम गलतियों को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं तथा संग्रहालय को और मजबूत करने के लिए अपने अनुभवों का इस्तेमाल करेंगे।’’
छोटे आकार की वस्तुओं पर फेरा गया हाथ
संग्रहालय के आधिकारिक बयान के अनुसार, सवालों के घेरे में रहीं भंडार कक्ष में रखी अधिकतर वस्तुएं छोटे आकार की थीं जो संग्रहालय के एक संग्रह का हिस्सा थीं। इसमें सोने के आभूषण और कीमती पत्थरों के रत्न तथा 15वीं सदी ईसा पूर्व से 19वीं शताब्दी तक की कांच की वस्तुएं शामिल हैं। इसमें कहा गया कि इनमें से किसी को भी हाल में प्रदर्शनी के लिए नहीं रखा गया था और उन्हें मुख्य रूप से अकादमिक एवं शोध के मकसद से रखा गया था। ब्रिटिश म्यूजियम के निदेशक हार्टविग फिशर ने कहा, ‘‘यह बेहद असामान्य घटना है। जब मैं यह कहता हूं कि हम अपनी देखरेख में सभी वस्तुओं की सुरक्षा को बेहद गंभीरता से लेते हैं, तो ये सभी सहकर्मियों के लिए बोलता हूं। जो कुछ हुआ उसके लिए संग्रहालय माफी मांगता है, लेकिन हम चीजों को ठीक करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने पहले से ही अपनी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और जो कुछ गुम, क्षतिग्रस्त और चोरी हुआ है उसका निश्चित लेखा-जोखा पूरा करने के लिए हम बाहरी विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इससे वस्तुओं की पुन: प्राप्ति के हमारे प्रयास को बल मिलेगा।’ (भाषा)
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