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यूक्रेन युद्ध के बीच बिना वीजा-पासपोर्ट फिनलैंड पहुंच गए इतने देशों के लोग, EU को रूसी हाथ होने का शक

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच 800 से अधिक विदेशी नागरिक फिनलैंड बिना पासपोर्ट और वीजा के पहुंच गए हैं। इससे यूरोपीय संघ के भी होश उड़ गए हैं। यूरोपीय संघ को इन नागरिकों को अवैध तरीके से फिनलैंड भेजने के पीछे रूस का हाथ होने का शक है। यूरोपीय संघ को किसी साजिश की आशंका है।

Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Published : Nov 24, 2023 13:03 IST, Updated : Nov 24, 2023 13:03 IST
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच फिनलैंड पहुंचे शरणार्थी।
Image Source : AP रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच फिनलैंड पहुंचे शरणार्थी।

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच सैकड़ों लोग बिना वीजा-पासपोर्ट के फिनलैंड पहुंच गए हैं। इनमें कई देशों के लोग शामिल हैं। इस घटना के बाद यूरोपीय संघ को रूसी हाथ होने का शक है। यूरोपीय संघ को आशंका है कि रूस ने किसी गहरी साजिश के तहत ऐसा करवाया होगा और उसने ही फिनलैंड में बड़ी संख्या में आव्रजकों को भेजा होगा। यूरोपीय संघ (ईयू) की सीमा एजेंसी ने कहा है कि वह फिनलैंड में अधिकारी और साजो सामान भेजेगा। ताकि फिनलैंड अपनी सीमा की रक्षा कर सके।
 
 यूरोपीय संघ (ईयू) की एजेंसी ‘फ्रंटेक्स’ ने कहा कि उसे उम्मीद है कि सीमा सुरक्षा से जुड़े 50 अधिकारियों, अन्य कर्मचारियों तथा गश्ती कारों एवं अन्य साजो सामान अगले सप्ताह तक भेजे जाएंगे। फिनलैंड में अगस्त से अब तक बिना वैध वीजा और दस्तावेज के अफगानिस्तान, इराक, सीरिया, यमन, केन्या, मोरक्को और सोमालिया के 800 से अधिक आव्रजक पहुंचे हैं। सिर्फ नवंबर के महीने में ही बुधवार तक 700 से अधिक आव्रजक आए हैं।
 

फिन लैंड के पीएम ने सुरक्षा पर कही ये बात

फिनलैंड के प्रधानमंत्री पेटेरी ओर्पो ने बृहस्पतिवार को संसद में अपने संबोधन में कहा कि ‘‘सीमा सुरक्षा में गंभीर खामी है’’ जो 56 लाख की आबादी वाले देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करती है।  उन्होंने कहा, ‘‘फिनलैंड को प्रभावित नहीं किया जा सकता, फिनलैंड को अस्थिर नहीं किया जा सकता। रूस ने इसकी शुरुआत की और रूस इसे रोक भी सकता है।’’ वहीं, रूस ने आरोपों से इनकार किया है। बुधवार को देश के सीमा सुरक्षा से जुड़े कर्मियों और सैनिकों ने रूस के साथ लगती लंबी सीमा पर कुछ स्थानों पर कंटीले तारों की बाडबंदी की, साथ ही अवरोधक लगाए। फ्रंटेक्स के कार्यकारी निदेशक हान्स लीजटेंस ने कहा कि सीमा पर साजो सामान तथा सैनिक भेजने का कदम ‘‘उसके एक सदस्य देश को प्रभावित करने वाली चुनौतियों के खिलाफ यूरोपीय संघ के एकीकृत रुख को प्रदर्शित करता है।’ (एपी) 
 
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