Russia News: रूस और यूक्रेन की जंग में कभी हीरो रहे येवेगनी प्रिगोझिन ने बाद में रूस के राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ ही बागी तेवर अपना लिए थे। 'क्रेमलिन' यानी पुतिन का आवास और दफ्तर से बगावत मोल लेने के बाद पुतिन से भले ही समझौता हो गया हो, लेकिन प्रिगोझिन की विमान हमले में मौत हो गई। दुनिया कह रही है कि पुतिन ने बगावत का बदला लिया है। हालांकि रूस की ओर से सीधेतौर पर ऐसी किसी भी बात से इनकार किया गया है। पुतिन ने सिर्फ इतना ही कहा कि 'टैलेंटेड था, बस गलती कर गया।' इसी बीच 'क्रेमलिन' यानी पुतिन के दफ्तर की ओर से प्रिगोझिन की प्लेन क्रैश में मौत के बाद एक और बड़ा बयान दिया गया है।
क्रेमलिन ने प्रिगोझिन की मौत की घटना को पूर्व निर्धारित खलनायक कृत्य बताया है। क्रेमलिन का कहना है कि दुर्घटना की जांच की जा रही है। बुधवार को राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने मीडिया के एक सवाल का जवाब देते हुए यह टिप्पणी की। क्रेमलिन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सवाल किया गया कि क्या जांच में कोई अंतरराष्ट्रीय एंगल भी है? इस प्रश्न पर रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता पेसकोव ने कहा कि यह एक अलग मामला है।
प्रिगोझिन की मौत की जांच के निष्कर्ष पर पहुंचना बाकी: क्रेमलिन
पेसकोव ने कहा कि अभी तक जांचकर्ता किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं। अलग-अलग एंगल से जांच की जा रही है। इसिलए मैं अभी कुछ स्पष्टता से नहीं बता सकता। फिलहाल इसे एक पूर्व निर्धारित खलनायक कृत्य मान लीजिए। उन्होंने आग्रह किया है कि जांच समितियां द्वारा जांच रिपोर्ट सौंपने तक का इंतजार करना चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जांच जारी है। इसके लिए जांच प्रभारी भी नियुक्त किए गए हैं। यह पूरी तरह से एक रूसी जांच है। इसमें कोई भी इंटरनेशनल एंगल नहीं है।
प्रिगोझिन के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए पुतिन
इसी बीच विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रिगोझिन का अंतिम संस्कार निजी तौर पर उनके गृहनगर सेंट पीटर्सबर्ग के बाहरी इलाके में एक कब्रिस्तान में किया गया। 1999 में सत्ता में आने के बाद से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के शासन के लिए वह सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरे थे। 23 अगस्त को मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार के लिए गोपनीय रूप से व्यवस्था की गई। इससे पहले क्रेमलिन ने कहा था कि व्लादिमीर पुतिन अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होंगे। राष्ट्रपति के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने कहा था कि अंतिम संस्कार की व्यवस्था वैगनर प्रमुख के परिवार का एक मामला है।
कभी पुतिन के बेहद खास थे प्रिगोझिन, जानिए उनके बारे में
1961 में लेनिनग्राद में जन्मे येवगेनी प्रिगोझिन को साल 1981 में येवगेनी को मारपीट, डकैती और धोखाधड़ी का दोषी पाए जाने पर 13 साल की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, सोवियत यूनियन के पतन के बाद येवगेनी को 9 साल की सजा के बाद ही रिहा कर दिया गया था। वे कभी पुतिन के खास थे और उनके रसोइया थे। बाद में वैगनर ग्रुप बनाया, जो रूस के लिए लड़ाई करता था। रूस और यूक्रेन की जंग में भी वैगनर ग्रुप के लड़ाकों ने प्रिगोझिन के नेतृत्व में लड़ाई लड़ी। हाल के समय में प्रिगोझिन ने रूस के खिलाफ विद्रोह कर दिया था। लेकिन पुतिन के समझाने पर मान गए थे। इसके बाद वे बेलारूस में चले गए थे। खबर ये भी आई थी कि वे अफ्रीका में लड़ने के लिए वैगनर ग्रुप में सैनिकों की भर्ती कर रहे हैं। हालांकि एक बार पुतिन से बगावत के बाद भले की समझौता हो गया हो, लेकिन अचानक संदिग्ध रूप से उस विमान का दुर्घटनाग्रस्त होना, जिसमें प्रिगोझिन भी शामिल थे, यह भी एक रहस्य है, जो शायद हमेशा के लिए बना रहेगा।