Rahul Gandhi News: जब भारत में जी20 समिट हो रही है। इसी समय कांग्रेस सांसद राहुल गांधी विदेश दौरे पर चले गए। उन्होंने इस दौरान वे यूरोप की यात्रा पर हैं। गुरुवार 7 सितंबर को उन्होंने ब्रसेल्स, बेल्जियम में यूरोपीय संसद में एमईपी के एक बैठक में हिस्सा लिया। इस दौरान उनसे भारत में चल रहे घटनाक्रमों को लेकर सवाल किए गए। जिनका उन्होंने जवाब दिया। इस बैठक के दूसरे दिन एक यू-ट्यूब चैनल पर उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध पर बातचीत की। साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को जी20 समिट में आमंत्रित न करने संबंधी प्रश्न भी पूछा गया। इसका भी उन्होंने जवाब दिया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जी20 रात्रिभोज में राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को आमंत्रित नहीं किए जाने को लेकर शुक्रवार को सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि मल्लिकार्जुन को जी20 समिट के लिए आमंत्रित नहीं करना यह इस बात का प्रमाण है कि सरकार देश की 60 प्रतिशत आबादी को प्रतिनिधित्व करने वाले नेताओं को अहमियत नहीं देती। जी20 रात्रिभोज के लिए खरगे को आमंत्रित नहीं किए जाने के सवाल पर राहुल गांधी ने आगे कहा, ‘इसमें अलग बात क्या है? उन्होंने (सरकार) विपक्ष के नेता को आमंत्रित नहीं करने का फैसला किया है। यह आपको कुछ बताता है। यह आपको बताता है कि वे भारत की 60 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले नेताओं (विपक्ष) को महत्व नहीं देते हैं। यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में लोगों को सोचना चाहिए। उन्हें ऐसा करने की आवश्यकता क्यों महसूस हो रही है और इसके पीछे किस प्रकार की सोच है।’
'भारत' और 'इंडिया' के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कही ये बात
राहुल गांधी ने ‘इंडिया’ और ‘भारत’ से जुड़े विवाद पर कहा, ‘संविधान में देश का नाम ‘इंडिया, जो भारत है’। मैं उससे पूरी तरह खुश हूं। मुझे लगता है कि यह (नाम बदलने की बात) घबराहट में किया गया है, ध्यान भटकाने का प्रयास किया गया। हमने अपने गठबंधन को ‘इंडिया’ नाम दिया है।
कश्मीर के मसले पर ये बोले राहुल गांधी
कश्मीर से संबंधित प्रश्न पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है। यहां भारत के अलावा कोई और मतलब नहीं है। हमने कार्य समिति में प्रस्ताव पारित किया है। जब हम लोकतांत्रिक संस्थाओं की सुरक्षा की बात कर रहे हैं, तो इसमें कश्मीर समेत देश सभी हिस्सों की बात करते हैं।’
रूस यूक्रेन मुद्दे पर हम सरकार के साथ
रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत सरकार के रुख से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि विपक्ष कुल मिलाकर इस संघर्ष (रूस और यूक्रेन के बीच) पर भारत के वर्तमान रुख से सहमत होगा। हमारा रूस के साथ रिश्ता है। मुझे नहीं लगता कि सरकार वर्तमान में जो रुख अपना रही है, उससे विपक्ष का कोई अलग रुख होगा।’