World Most Dangerous Submarine: दुनिया की सबसे खतरनाक पनडुब्बी का नाम "टाइफून क्लास" है। इस पनडुब्बी को सोवियत संघ ने 1980 के दशक में विकसित किया था और यह अभी भी अपनी शक्ति और क्षमता के लिए जानी जाती है। दुनिया की सबसे ताकतवर पनडुब्बियों पर अमेरिकी रक्षा विशेषज्ञ एचआई सटन ने एक शोध किया था, जिसे कोवर्ट शोर्स में कंपाइल किया गया। यहां उन सारी पनडुब्बियों की सूची देखने को मिल सकती है जो ताकत के मामले में बेमिसाल हैं। इस लिस्ट में सबसे ऊपर रूस की टायफून क्लास पनडुब्बी है। चलिए आपको इस पनडुब्बी के बारे में बताते हैं।
टाइफून क्लास की खासियत
- वजन और आकार: यह दुनिया की सबसे बड़ी पनडुब्बी है, जिसका वजन लगभग 48,000 टन और लंबाई 175 मीटर है।
- सशस्त्र क्षमता: टाइफून क्लास पनडुब्बी में 20 बैलिस्टिक मिसाइलों को ले जाने की क्षमता है, जिनमें प्रत्येक मिसाइल में 10 परमाणु हथियार हो सकते हैं।
- पानी के नीचे रहने में सक्षम: इसमें दो परमाणु रिएक्टर होते हैं, जो इसे लंबी अवधि तक पानी के नीचे रहने में सक्षम बनाते हैं।
- गहराई: यह पनडुब्बी लगभग 400 मीटर की गहराई तक जा सकती है।
टाइफून क्लास की ताकत
टाइफून क्लास पनडुब्बी की सबसे बड़ी ताकत उसकी चुपचाप पानी के भीतर रहने की क्षमता है। इसकी ध्वनि को ट्रेस करना बहुत कठिन है, जिससे यह दुश्मनों के लिए बेहद खतरनाक साबित होती है। इसके अलावा, यह पनडुब्बी बेहद मजबूत है और इसे किसी भी स्थिति में लड़ने के लिए तैयार किया गया है।
रूसी नौसेना बेड़े की शान है पनडुब्बी
शीत युद्ध के दौरान, टाइफून क्लास पनडुब्बी को मुख्य रूप से सोवियत संघ द्वारा अमेरिका और उसके सहयोगियों को रोकने के लिए तैयार किया गया था। हालांकि, आज के समय में, इन पनडुब्बियों का उपयोग बहुत कम हो गया है, लेकिन यह अभी भी रूस के नौसेना के बेड़े में शामिल है।
यह भी जानें
टाइफून क्लास पनडुब्बी अपनी बेहद खास विशेषताओं के कारण दुनिया की सबसे खतरनाक पनडुब्बी मानी जाती है। इसकी विशालकाय संरचना, सशस्त्र क्षमता और चुपचाप रहने की क्षमता इसे अद्वितीय बनाती है। इस पनडुब्बी ने दुनियाभर में पनडुब्बी डिजाइन और रणनीति को एक नई दिशा दी है। इसे आज भी नौसेना के विशेषज्ञों द्वारा अत्यंत सम्मान के साथ देखा जाता है।
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