सियोलः उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने हाल में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा भेंट में दी लग्जरी कार लिमोजिन में सफर किया। किम की बहन ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए कार की ‘‘विशेषताओं’’ और दोनों देशों के बीच गहरे हो रहे द्विपक्षीय संबंधों की प्रशंसा की। बता दें कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने फरवरी में किम के लिए महंगी ऑरस सीनट लिमोजिन कार भेजी थी। उन्होंने सितंबर 2023 में रूस में एक शिखर सम्मेलन के लिए हुई मुलाकात के दौरान यह कार उत्तर कोरियाई नेता को दिखाई थी। तभी ये कार किम को पसंद आ गई थी।
पर्यवेक्षकों का कहना है कि इस कार को भेजने से संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव का उल्लंघन हुआ है। संयुक्त राष्ट्र के इस प्रस्ताव का उद्देश्य उत्तर कोरिया को लग्जरी सामान की आपूर्ति पर प्रतिबंध लगाकर उस पर अपने परमाणु हथियारों के कार्यक्रम को छोड़ने के लिए दबाव बनाना है। सरकारी मीडिया में शनिवार को आए बयान में किम की बहन और वरिष्ठ अधिकारी किम यो जोंग ने कहा कि उनके भाई ने एक कार्यक्रम के दौरान पहली बार लिमोजिन में सफर किया। अमेरिका की ओर से अक्सर यह आरोप लगता रहा है कि उत्तर कोरिया यूक्रेन युद्ध के खिलाफ रूस को हथियारों की मदद कर रहा है। ऐसे में क्या इस लग्जरी कार के गिफ्ट में मिलने के बाद किम जोंग उन पुतिन को कुछ और खतरनाक हथियार बदले में दे सकते हैं। इस आशंका पर अमेरिका की कड़ी नजर बनी है।
कोरिया-रूस के बीच बढ़ रही दोस्ती
किम की बहन किम यो जोंग ने कहा, ‘‘किम जोंग उन का रूसी फेडरेशन के राष्ट्रपति द्वारा उपहार स्वरूप भेजी निजी कार का इस्तेमाल करना उत्तर कोरिया-रूस के बीच मित्रता का स्पष्ट प्रमाण है जो एक नए उच्च स्तर पर व्यापक रूप से विकसित हो रही है।’’ रूस की सरकारी मीडिया के अनुसार, ऑरस रूस का पहला लग्जरी कार ब्रांड है और पुतिन के 2018 में पहली बार इसका इस्तेमाल करने के बाद से इसका शीर्ष अधिकारियों के वाहनों के काफिले में इस्तेमाल किया जाता रहा है। ऐसा माना जाता है कि किम (40) के पास विदेश में निर्मित महंगी कारों का संग्रह है जिन्हें तस्करी कर उनके देश में लाया गया है। (एपी)