एस्सर्ट-सूस-चैम्पवर्ट: स्विट्जरलैंड के पश्चिमी इलाके में एक ईरानी शख्स ने एक ट्रेन में कई लोगों को बंधक बना रखा था। उसने लोगों को काबू में करने के लिए कुल्हाड़ी और चाकू का इस्तेमाल किया और उन्हें कई घंटों तक बंधक बनाए रखा। लोगों को बचाने की तमाम कोशिशें नाकाम होते देख पुलिस के सब्र का बांध टूट गया और उसने ईरानी नागरिक को गोली मार दी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सांसें रोक देने वाली इस घटना में ट्रेन में सफर कर रहे किसी भी यात्री को चोट नहीं आई है।
‘फारसी और अंग्रेजी बोल रहा था ईरानी व्यक्ति’
पुलिस ने इस पूरे मामले के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 32 साल का ईरानी व्यक्ति स्विट्जरलैंड में शरण लेने की कोशिश में था। उसने कहा कि इस घटना में ट्रेन का कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ है। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि उस व्यक्ति ने गुरुवार की शाम को ट्रेन में सवार कुछ लोगों को बंधक बना लिया और यात्रियों की सूचना पर पुलिस ने इलाके को सील कर दिया, जबकि ट्रेन को एस्सर्ट-सूस-चैम्पवर्ट शहर में रोक दिया गया था। ईरानी मूल का यह व्यक्ति फारसी और अंग्रेजी बोल रहा था और वह ट्रेन इंजीनियर को भी 15 बंधकों में शामिल होने के लिए कह रहा था।
पुलिस ने ट्रेन में स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल किया
पुलिस ने पहले बातचीत से मामला सुलझाने की कोशिश की और एक दुभाषिए की मदद भी ली, लेकिन बात नहीं बनी। इस पूरे प्रकरण के शुरू होने के करीब 4 घंटे बाद पुलिस के 60 जवानों ने ट्रेन पर धावा बोल दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने ट्रेन के अंदर स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल किया, और जब शख्स ने जवानों पर हमला करने की कोशिश की तो उसे गोली मार दी गई। पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘सभी बंधकों को मुक्त करा लिया गया है और वे सभी सुरक्षित हैं। इस अभियान में लोगों को बंधक बनाने की कोशिश करने वाला ईरानी नागरिक मारा गया है।’