जिनेवाः स्विट्जरलैंड की सरकार ने बुधवार को कहा कि वह यूक्रेन में शांति की राह प्रशस्त करने के लिए जून में उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी करेगी। पिछले दो साल से ज्यादा समय से यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को समाप्त कर शांति कायम करने के लिए यह पहल की जा रही है। स्विट्जरलैंड के बुर्जेनस्टॉक रिसॉर्ट में 15-16 जून को सम्मेलन का आयोजन किए जाने की संभावना है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी सम्मेलन को लेकर सहमति दी है।
स्विट्जरलैंड के विदेश मंत्री इग्नाजियो कैसिस ने राजधानी बर्न में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यूक्रेन के बाद हमने सबसे पहले रूस से बात की, क्योंकि रूस के बिना शांति प्रक्रिया नहीं हो सकती, भले ही वह पहली बैठक में मौजूद न हो।’’ स्विट्जरलैंड के अखबार ‘न्यू जुर्चर जिटुंग’ की खबर में बताया गया कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन भी सम्मेलन में शामिल हो सकते हैं। उस दौरान जी7 नेताओं की बैठक के लिए बाइडन के इटली में रहने की संभावना है। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ ने यह नहीं बताया है कि बाइडन स्विट्जरलैंड में आयोजित होने वाले सम्मेलन में शामिल होंगे या नहीं।
ये देश होंगे शामिल
स्विट्जरलैंड की सरकार ने कहा कि सम्मेलन के आयोजन के संबंध में शुरुआती बातचीत में यूरोपीय संघ (ईयू) और ब्राजील, चीन, इथियोपिया, भारत, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका समेत अन्य देशों के दूत शामिल थे। स्विट्जरलैंड की सरकार ने एक बयान में कहा, ‘‘आज बैठक में संघीय परिषद ने अब तक के परिणामों पर गौर किया और अगले कदमों पर चर्चा की। शांति प्रक्रिया शुरू करने के लिए उच्च स्तरीय सम्मेलन को लेकर वर्तमान में पर्याप्त अंतरराष्ट्रीय समर्थन है।’’ चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चीन ऐसे सम्मेलन का समर्थन करता है जो रूस और यूक्रेन दोनों के लिए स्वीकार योग्य हो।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने पिछले सप्ताह आगाह किया था कि यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए संभावित वार्ता केवल तभी सफल हो सकती है जब वे रूस के हितों को ध्यान में रखेंगे। उन्होंने यूक्रेन के लिए व्यापक अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने को लेकर प्रस्तावित शांति वार्ता को पश्चिमी देशों की चाल बताकर खारिज कर दिया। (एपी)