आयरलैंड में भारतीय मूल के लियो वराडकर शनिवार को दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री बन गए हैं। आयरलैंड की संसद के निचले सदन ‘डेल’ के विशेष सत्र के दौरान सांसदों ने माइकल मार्टिन की जगह लेने के लिए मतदान के जरिए वराडकर के नाम को मंजूरी दी। आयरलैंड के राष्ट्राध्यक्ष राष्ट्रपति माइकल डी. हिगिंस की ओर से मंजूरी मिलने के बाद वराडकर की नियुक्ति की पुष्टि की गई।
ढाई साल के फॉर्मूले पर हुआ था समझौता
आयरलैंड में साल 2020 में आम चुनाव हुए थे, जिसके बाद मार्टिन अपनी पार्टी ‘फिएना फेल’ और वराडकर की पार्टी ‘फिने गाइल’ के बीच हुए ऐतिहासिक समझौते के पश्चात मार्टिन देश के प्रधानमंत्री बने थे। इस समझौते के तहत तय हुआ था कि पांच साल के कार्यकाल के शुरुआती ढाई साल में मार्टिन देश के प्रधानमंत्री और वराडकर उप प्रधानमंत्री रहेंगे। इसके बाद दोनों एक दूसरे की जगह लेंगे।
देश के सबसे युवा और ‘गे’ प्रधानमंत्री रहे हैं वराडकर
मार्टिन (61) ने शनिवार सुबह प्रधानमंत्री पद से अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंप दिया। वराडकर (43) इससे पहले वर्ष 2017 से 2020 के बीच आयरलैंड के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। वह देश के सबसे युवा और ‘गे’ प्रधानमंत्री बने थे। वराडकर की मां का संबंध आयरलैंड, जबकि पिता का ताल्लुक भारत से है। वह आयरलैंड के पहले अश्वेत प्रधानमंत्री भी रहे हैं।