Venice News: इटली घूमने के लिए जो जाते हैं, उन्होंने वेनिस की ग्रैंड कनाल जरूर देखी होगी। यह नहर वेनिस शहर में वाटर ट्रैफिक कॉरिडोर का अहम हिस्सा है। इसका नीले रंग का पानी यहां आने वाले पर्यटकों को नाव के रास्ते पूरे वेनिस की सैर करा देता है। हालांकि अब वेनिस की इस नहर की एक ताजा तस्वीर आई है, जिसने सभी को हैरत में डाल दिया है। इस तस्वीर में वेनिस शहर की इस ग्रैंड कैनाल का पानी नीला नहीं, बल्कि हरे रंग का दिखाई दे रहा है।
कैनाल का रंग बदल जाने में प्रदर्शनकारियों ने का हाथ
दरअसल, इटली के पर्यावरणविदों ने दुबई में आयोजित COP28 जलवायु शिखर सम्मेलन में प्रगति की कमी के विरोध में शनिवार को वेनिस के ग्रैंड कैनाल के पानी को हरे रंग में बदल दिया। प्रदर्शनकारियों ने इसके लिए डाई का इस्तेमाल किया। एक्सटिंक्शन रिबेलियन समूह के प्रदर्शनकारियों ने नहर के ऊपर बने रियाल्टो ब्रिज पर रस्सियों के सहारे लटकते हुए एक बैनर भी प्रदर्शित किया। इस पर लिखा था: "COP28: जबकि सरकार बातचीत कर रही है, हम एक धागे से लटके हुए हैं।"
इटली के कई शहरों में पानी का रंग बदलकर प्रदर्शन
उत्तर में ट्यूरिन के पो से लेकर दक्षिण में रोम के तिबर तक इतालवी शहरों में नदियों और नहरों के छोटे-छोटे हिस्सों को भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शनों में हरा कर दिया गया। एक्सटिंक्शन रिबेलियन ने कहा, "कुछ ही समय बाद ये पानी वापस उसी स्थिति में आ जाएगा जैसा पहले था।" एक बयान में कहा गया, "इस बीच, जब सरकारें बात करती हैं, हम लगातार बाढ़ और आग से होने वाले नुकसान और पीड़ितों की गिनती कर रहे हैं।"
वेनिस के मेयर ने जताई नाराजगी
प्रदर्शनकारी समूह ने बताया कि पानी को हरा करने के लिए फ्रलोरेसिन डाई का इस्तेमाल किया गया था। उनका दावा है कि यह डाई हानिरहित है और इसका इस्तेमाल कई इंडस्ट्री में पानी में वस्तुओं का पता लगाने के लिए पहले से किया जाता है। हालांकि, वेनिस के मेयर लुइगी ब्रुगनारो ने इस पर नाराजगी जताई है और ग्रैंड कैनाल को हरा करने के लिए इतालवी अधिकारियों को उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।