Highlights
- ब्रिटेन में लगभग 15 लाख प्रवासी भारतीय रहते हैं।
- PM नरेंद्र मोदी ने ‘हर घर तिरंगा’ कैंपेन शुरू किया था।
- भारत में करोड़ों लोगों ने कैंपेन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है।
Har Ghar Tiranga in Britain: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाह्न पर ‘हर घर तिरंगा’ कैंपेन में करोड़ों देशवासी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इस बीच सात समुंदर पार ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त ने प्रवासी भारतीयों से इस कैंपेन में भाग लेने का आवाह्न किया है। बता दें कि ब्रिटेन में 15 लाख से ज्यादा प्रवासी भारतीय रहता हैं। ब्रिटेन में भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त सुजीत घोष ने प्रवासी भारतीयों से सोमवार को भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले इस सप्ताह ‘हर घर तिरंगा’ अभियान में शामिल होने का आह्वान किया।
पीएम मोदी ने शुरू किया था यह बड़ा अभियान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत यह कैंपेन शुरू किया था। इस कैंपेन के तहत प्रवासी भारतीयों को राष्ट्रीय ध्वज के साथ अपने जुड़ाव को गहरा करने के लिए अपने घरों में और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तिरंगा लगाने का आह्वान किया गया। घोष ने पिछले सप्ताह लंदन में भारतीय विद्या भवन केंद्र में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम में कहा, ‘हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13-15 अगस्त के बीच हर घर तिरंगा अभियान का आह्वान किया, मैं इस मौके पर आपसे तिरंगा फहराने और इस अभियान का हिस्सा बनने का आग्रह करता हूं।’
‘बेहद उल्लेखनीय रही है 75 सालों की यह यात्रा’
घोष ने कहा, ‘75 वर्षों की यह यात्रा बेहद उल्लेखनीय रही है। आज, भारत ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' के मंत्र से संचालित दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है।’ हालिया हफ्तों में लंदन में इंडिया हाउस में उपउच्चायुक्त का कार्यभार संभालने वाले और विक्रम दुरईस्वामी के आने तक कार्यवाहक उच्चायुक्त घोष ने कहा, ‘भारत 1.3 अरब लोगों का घर है, जो अपने मजबूत लोकतंत्र, इसकी विविधता, समावेशिता, आर्थिक शक्ति के रूप में अपनी साख, साइंस और टेक्नोलॉजी में अपनी ताकत के लिए जाना जाता है।’
‘हमारे डीएनए में है विविधता और समावेशिता’
विक्रम दुरईस्वामी इस समय बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त हैं। घोष ने कहा, ‘विविधता और समावेशिता हमारे लिए केवल अवधारणा नहीं हैं, ये मूल्य पिछले 5,000 वर्षों से हमारे डीएनए में निहित हैं। हम इनका अध्ययन केवल कुछ अकादमिक संतुष्टि के लिए नहीं करते हैं, हम इसे भारत में हर पल जीते हैं।’ भवन केंद्र के कार्यकारी निदेशक डॉ एम एन नंदकुमार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख प्रवासी प्रतिनिधियों, सांसदों, कारोबारियों और परोपकारी लोगों ने शिरकत की।